Bari: राजस्थान के धौलपुर जिले के बाड़ी विधानसभा क्षेत्र में सोच बदलो गांव बदलो टीम और मीणा समाज धौलपुर के द्वारा तीसरे अंतिम दिन लोक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का धूम-धाम से आयोजन हुआ है. सुड्डा और कन्हैया गायन की अनेक पार्टियों ने अपनी मनोहारी प्रस्तुति देकर लोगों का मन मोहा और लोक संगीत कला मानवीय भावों की हृदयस्पर्शी अभिव्यक्ति है, यह हमारी अमूल्य धरोहर है, जो हमें विरासत के रूप में अपने पूर्वजों से प्राप्त हुई है. 


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भारत आदिकाल से ही अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विविधता और परंपराओं के कारण विश्व पटल पर विशेष पहचान बनाए हुए है. इसी क्रम में सोच बदलो गांव बदलो टीम और मीणा समाज धौलपुर के द्वारा तीसरे अंतिम दिन लोक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में सुड्डा और कन्हैया गायन की अनेक पार्टियों ने अपनी मनोहारी प्रस्तुति देकर लोगों का मन मोहा है. 


इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आयकर आयुक्त और सोच बदलो गांव बदलो टीम के संस्थापक डॉ सत्यपाल मीणा ने कहा कि अनेकता में एकता भारतीय संस्कृति की विशेषता है. भारत में विविध धर्म, भाषाएं, बोलियां, रीति-रिवाज और भौगोलिक विभिन्नताएं हैं. बावजूद इसके भी एक अखंड राष्ट्र के रूप में अडिग खड़ा है. संगीत पुरातन काल से ही भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग रहा है. प्रसन्नता की स्थिति में मानव ने अपने मनोभावों को प्रदर्शित करने के लिए लोक गायन की विभिन्न शैलियों को अपनाया है. एसजीबीटी टीम का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के साथ समाज में जागरूकता है. 


सोच बदलो गांव बदलो टीम के संस्थापक डॉ सत्यपाल मीणा ने कहा कि सोच बदलो गांव बदलो टीम और मीणा समाज का प्रमुख ध्येय यह कि शिक्षा का प्रचार प्रसार करने के साथ-साथ समाज में जन जागरूकता लाने और हमारी सांस्कृतिक विरासत जीवंत रहे इसके लिए जनमानस में सद्भाव में वृद्धि हो. साथ ही उन्होंने सोच बदलो गांव बदलो टीम और मीणा समाज के कार्यकर्ताओं का हार्दिक आभार प्रकट करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में कार्यकर्ताओं ने दिन रात मेहनत करके कार्यक्रम को सफल बनाया है. 


इस महत्वपूर्ण योगदान के लिए मैं सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए धन्यवाद ज्ञापित करता हूं. सोच बदलो गांव बदलो टीम निरंतर अपने प्रयासों से समाज में सदभाव लाने, प्रकृति संरक्षण, कुरीतियों से अलगाव सहित शिक्षा का प्रचार प्रसार कर युवाओं को नशे की लत आदि से छुटकारा दिलाने सहित सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से पुरानी सांस्कृतिक विरासत को जीवंत रखने के लिए दृढ़ संकल्पित होकर कार्य करने में प्रतिबद्ध है. कार्यक्रम में इस अवसर पर बड़ी संख्या में आस-पास के गांवों की टीमों, स्रोताओं सहित भारी संख्या में बाहरी जिलों से पधारे हुए लोकगायक कलाकारों सहित गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे.


Reporter: Bhanu Sharma


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