राजस्थान चुनाव- राजाखेड़ा में BSP प्रत्याशी ने नामांकन लिया वापिस, बीजेपी कांग्रेस में सीधा मुकाबला तय, बदले समीकरण
Rajasthan Election: राजस्थान धौलपुर जिले में नामांकन वापसी की तिथि को राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी डॉक्टर धर्मपाल सिंह जादौन ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. बीएसपी प्रत्याशी के विड्रॉल करने से भाजपा की नीरजा अशोक शर्मा एवं कांग्रेस के रोहित बोहरा के मध्य सीधा मुकाबला तय हो गया है.
Dholpur news: राजस्थान धौलपुर जिले में नामांकन वापसी की तिथि को राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी डॉक्टर धर्मपाल सिंह जादौन ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. बीएसपी प्रत्याशी के विड्रॉल करने से भाजपा की नीरजा अशोक शर्मा एवं कांग्रेस के रोहित बोहरा के मध्य सीधा मुकाबला तय हो गया है. राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र की सियासत का गणित भी बदल गया है. कहीं भाजपा एवं कांग्रेस को फायदा तो कहीं नुकसान भी दिखाई दे रहा है.
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राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र के बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी डॉक्टर धर्मपाल सिंह जादौन द्वारा नामांकन वापस लेने से सियासत गर्मा गई है. भाजपा की नीरजा अशोक शर्मा एवं कांग्रेसी विधायक रोहित बोहरा के मध्य सीधा मुकाबला तय हो गया है. दोनों प्रत्याशियों को कहीं फायदा तो कहीं नुकसान भी हो रहा है.बीएसपी का पारंपरिक दलित समाज का वोट कांग्रेस की तरफ मुड़ने की संभावना दिखाई दे रही है तो वही सवर्ण समाज का मत भाजपा के खाते में जा सकता है. राजनीतिक जानकारों की माने तो सीधे मुकाबले में भाजपा प्रत्याशी को फायदा मिल सकता है. भाजपा की नीरजा अशोक शर्मा ब्राह्मण एवं कांग्रेस के रोहित द्वारा जैन समाज से ताल्लुक रखते हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के काफी नजदीक
बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी रहे डॉक्टर धर्मपाल पूर्व में भाजपा में ही रहे थे. राजपूत समाज में इनका दबदबा देखा जाता है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के काफी नजदीक भी माने जाते हैं.बीजेपी पार्टी से डॉक्टर धर्मपाल टिकट मांग रहे थे.लेकिन टिकट नीरजा अशोक शर्मा के खाते में चली गई.भाजपा पार्टी से बागी होकर बीएसपी से प्रत्याशी बने थे. फेसबुक पर डाली पोस्ट, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कहने पर नामांकन लिया वापिस
डॉक्टर धर्मपाल सिंह जादौन ने बीएसपी प्रत्याशी का नामांकन विड्रॉल करने के बाद अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट शेयर की है. सोशल मीडिया पर उन्होंने बताया राजपूत समाज की भाजपा पार्टी द्वारा उपेक्षा की गई थी. इस वजह से व्यथित होकर उन्होंने भाजपा पार्टी का दामन थाम कर प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किया था. नामांकन भरने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बीजेपी के कद्दावर नेता प्रहलाद जोशी द्वारा लगातार दूरभाष से संपर्क किये जा रहे थे.भाजपा के बड़े नेताओं के आश्वासन पर उन्होंने नामांकन वापस लिया है.अब वह भाजपा पार्टी के साथ काम करेंगे.
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डॉ धर्मपाल ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री बसुंधरा राजे और भाजपा संगठन ने लगातार उनसे संपर्क कर उनके सम्मान को कायम रखने का भरोसा दिलाया ओर नाम वापसी का आग्रह किया.भाजपा में एक लंबे राजनीतिक जीवन और पीढ़ीगत भाजपा के कार्यकर्ता होने के चलते उन्होंने बशुन्धरा राजे, सांसद दुष्यंत, प्रह्लाद जोशी, संगठन महामंत्री चंद्रशेखर के आग्रह को सम्मान देते हुए नामांकन वापस लिया है .उससे पूर्व ही उनके निवास पर राजपूत समाज की विशाल पंचायत कर उनको वस्तुस्थिति की जानकारी देकर उनकी सहमति से ही निर्णय लिया है. डॉ धर्मपाल को वापसी से दोनों ही दलों ने राहत की सांस ली है. अब मुकाबला स्पस्ट ओर आमने सामने का हो गया है.