Dholpur: धौलपुर जिले के दौरे पर आज किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट पहुंचे. जहां उन्होंने सर्किट हाउस धौलपुर में किसानों से मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने प्रेस वार्ता की. जिसमें उन्होंने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना और किसानों के हित को लेकर तथ्यात्मक और प्रभावी तरीके से अपनी बात रखी. किसान नेता रामपाल जाट ने कहा कि राजस्थान नहर परियोजना को लेकर केंद्र सरकार का रुख नकारात्मक है. हम राज्य सरकार से मांग करते हैं कि वे पूरी ताकत के साथ इस परियोजना को लेकर केंद्र में अपनी बात रखें.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय को प्रधानमंत्री की इच्छा अनुसार इस परियोजना में मध्य प्रदेश और राजस्थान के बीच विवाद नहीं होते हुए भी विवाद पैदा कराने की मनोवृत्ति छोड़नी चाहिए. साल 2018 में अजमेर और जयपुर की सभाओं में प्रधानमंत्री ने इस परियोजना के संबंध में घोषणा की थी. जिसमें संवेदनशीलता के आधार पर विचार करने का आश्वासन दिया गया था. इस परियोजना की पूर्णता की दिशा में सकारात्मक रूप से विचार करना न्यायोचित है.


रामपाल जाट ने कहा कि राजस्थान में अब तक 3000 से अधिक बांध बने हुए हैं, उनमें से सारे बांध नहीं भरते, अनेक बांध तो ऐसे हैं जिनमें पानी की आवक कम है. यथा धौलपुर का पर्वती बांध भी 20 वर्षों में 4 बार ही भरा है. ऐसे बांधो की निर्भरता 50% से भी कम है . राजस्थान के संदर्भ में पानी के उपयोग के लिए बनाई गई है परियोजना राजस्थान की परिस्थितियों में 50 प्रतिशत निर्भरता पर सटीक है. जाट ने कहा कि घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य से किसानों को अपनी उपजें कम दामों पर बेचने को विवश नही होना पड़े, इसके लिये न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी का कानून अपरिहार्य है.


Reporter- Bhanu Sharma


धौलपुर की खबरों के लिए यहां क्लिक करें


यह भी पढ़ें : महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस की दिल्ली में हल्लाबोल रैली, सचिन पायलट ने दिया बड़ा बयान


यह भी पढ़ें : त्रिनेत्र गणेश मेले में पुलिसकर्मियों पर भड़के विधायक दानिश अबरार, सुनाई खरी-खोटी, जानें क्यों