बांसवाड़ा: यहां दहन के समय रावण की आंखों से बरसे अंगारे, लोग बोले- असत्य पर सत्य की जीत
धौलपुर नगर परिषद द्वारा मनाये गए दशहरा उत्सव में इस बार लंका सहित रावण को अपने परिवार के साथ जलाया गया. विजयादशमी पर दशहरा मेले का आयोजन स्थानीय मेला ग्राउंड पर आयोजित किया गया.
Dholpur: असत्य पर सत्य की विजय का पर्व विजयादशमी इस वर्ष भी परंपरागत और पूरे उत्साह के साथ मनाया गया. कोरोना के कारण इस बार उत्साहपूर्ण माहौल से दशहरा पर्व मना.
धौलपुर नगर परिषद द्वारा मनाये गए दशहरा उत्सव में इस बार लंका सहित रावण को अपने परिवार के साथ जलाया गया. विजयादशमी पर दशहरा मेले का आयोजन स्थानीय मेला ग्राउंड पर आयोजित किया गया.
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नगर परिषद सभापति खुशबू सिंह ने बुराई के प्रतीक रावण को मय परिवार के साथ आग लगाकर मेले का समापन किया. मेला ग्राउंड में लंका सहित 51 फ़ीट का रावण और उसके कुटम्बियों मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतले 31-31 फ़ीट के दहन किये गए. रावण दहन के समय आकर्षक रोशनी वाली आतिशबाजी हुई. इसके साथ ही इस बार रावण दहन के दौरान आतिशबाजी में रोशनी पर ज्यादा ध्यान दिया गया है. रावण के पुतले में से दहन के समय सीने में चक्र घूमा और आंखों से अंगारे बरस रहे थे. इस मौके पर प्रशासनिक अधिकारियो के साथ सैकड़ो की संख्या में लोग मौजूद थे.
जय श्रीराम के नारों से गूंजा मैदान
नगर परिषद के मेला मैदान में 51 फुट ऊंचा रावण का पुतला बनाया गया था. पुतला दहन होते ही पूरा मेला मैदान जय श्रीराम के नारों से गूंजा उठा. लोग जश्न में डूब गए. इस दौरान जमकर आतिशबाजी हुई. जिससे पूरा मेला मैदान जगमगा उठा. रावण के साथ मेघनाद, कुंभकरण के पुतले भी जलाए गए. दशहरा पर कोई खलल न पड़े इसलिए प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये. मेला मैदान में पुलिसकर्मी मुस्तैद दिखे.
Reporter- Bhanu Sharma