धौलपुरः जिले के राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल में डायमंड जुबली सेलीब्रेशन के अंतर्गत एक और आयाम स्थापित हुआ. प्रोग्राम स्पिक मैके की ओर से लखनऊ घराने की नृत्यांगना गौरी दिवाकर द्वारा स्कूल के परिसर विवेकानंद सभागार में प्रस्तुत किया गया. जहां नृत्यांगना ने कथक की प्रस्तुतियां दी. इस अवसर पर नृत्यांगना गौरी दिवाकर ने कथक नृत्य की कई आर्ट फॉर्म को प्रदर्शित किया. जिनमे प्रमुख पुष्पों से श्रंगार, भगवान् शिव व भगवान् राम भक्ति नृत्य, मयूर नृत्य, और सबसे विशेष तबला वादक यौगेश गंगानी से अपने नृत्य की जुगल-बंदी प्रमुख था, नृत्यांगना के कदमों की ताल ने विद्यालय के सभागार में एक तिलिस्मी समां बांध गई.


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अंत में नृत्यांगना गौरी दिवाकर ने छात्रों के सवालों के जवाब दिए. जिसमे उन्होंने बताया कि नृत्य एक साधना है, पूजा है, नृत्य आस्था का प्रतीक है नृत्य प्रत्येक व्यक्ति के अंदर है, बस खुद में आत्मबल लाने और उसे तराशने की जरूरत है. उन्होंने शास्त्रीय नृत्य की बारीकियों से भी छात्रों को रूबरू कराया.


प्राचार्य लेफ्टिनेंट कर्नल श्याम कृष्णा टी.पी. ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से कैडेट्स में भारतीय संस्कृति का प्रवाह किया जा सकता है. अंत में प्राचार्य आर.एम.एस. धौलपुर ने नृत्यांगना और अन्य गणमान्य मेहमानों को स्मृति चिन्ह देकर हृदय से हार्दिक आभार व्यक्त किया.


रिपोर्टर-भानु शर्मा


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