Aspur: डूंगरपुर जिले के स्वास्थ्य विभाग ने आसपुर विधानसभा क्षेत्र के बोडीगामा छोटा गांव में एक बंगाली झोलाछाप के क्लिनिक पर कार्रवाई की है . बंगाली झोलाछाप बिना किसी डिग्री के फर्जी तरीके से क्लिनिक खोलकर मरीजों का इलाज करता था. जिसकी सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग ने मौके से भारी मात्रा में अंग्रेजी दवाए व इंजेक्शन जब्त किये है.सात ही क्लिनिक को भी सीज किया.


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मामला डूंगरपुर जिले के आसपुर का है. इस मामले के जामकारी देते हुए बीसीएमएचओ डॉ. योगेश उपाध्याय ने बताया कि, बोड़ीगामा छोटा में एक अवैध क्लीनिक चलने की शिकायत मिली थी. शिकायत मिलने के बाद आसपुर बीसीएमएचओ के नेतृत्व में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर दबिश दी. इस दौरान बंगाल के रहने वाले प्रताप शर्मा  के अवैध क्लीनिक चलाया जा रहा था. 


स्वास्थय विभाग के औचक निरीक्षण में झोलाछाप अपने क्लीनिक पर लोगों को इलाज कर रहा था. पूछताछ में बताया कि, वह पिछले कई सालों से बोड़ीगामा छोटा में प्रैक्टिस कर रहा है तथा उसके पास कोई डिग्री नहीं है. क्लीनिक से कई प्रकार की अंग्रेजी दवाएं जैसे डेक्सामेथासोन स्टेरॉइड इंजेक्शन, दर्द निवारक व एंटी फंगल दवाईयां, हैवी एंटीबायोटिक्स, ड्रिप्स, इंजेक्शन व मेडिकल उपकरण जब्त किए गए हैं. 


 बात दें कि, दवाइयों की खरीद बिक्री संबंधित कोई जानकारी चिकित्सक के जरिए नहीं दी गई. झोलाछाप प्रताप शर्मा बोड़ीगामा छोटा गांव में पिछले 10 साल से किराए पर  कमरे से क्लीनिक चला रहा था. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने फिलहाल क्लिनिक को सीज कर दिया है.


मामले की पूछताछ में सामने आया है कि, गांव में ही एक कमरा किराए पर लेकर पत्नी और बच्चों के साथ रहता है. मेडिकल टीम ने आरोपी झोलाछाप को तीन दिन में इलाज करने संबंधी दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा है. दस्तावेज उपलब्ध न कराने की स्थिति में पुलिस थाने में आपराधिक मामला दर्ज किया है.  कार्रवाई के दौरान डॉ सागर यादव चिकित्सा अधिकारी, दिनेश पंड्या फार्मासिस्ट टीम में मौजूद रहे. बीसीसीएमएचओ ने बताया कि, यह देखा जा रहा है दूर-दराज के गांव में बिना किसी योग्य दस्तावेजों के फर्जी क्लीनिक चलाए जा रहे हैं जिस पर शिकायत मिलने पर विभाग द्वारा कार्रवाई की जा रही है.
Reporter: Akhilesh Sharma