Dungarpur: राष्ट्रपति पद चुनाव के तहत डूंगरपुर के चौरासी विधायक राजकुमार रोत द्वारा मतदान प्रक्रिया में भाग नहीं लेने पर राजनीति गरमाती जा रही है. भाजपा के प्रदेश महामंत्री सुशील कटारा ने पत्रकार वार्ता करते हुए बीटीपी विधायक राजकुमार रोत पर निशाना साधा है, उन्होंने कहा की आदिवासियों के नाम पर राजनैतिक रोटियां सेंक कर विधायक बने राजकुमार रोत ने आदिवासी समाज के साथ धोखा किया है.


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पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए प्रदेश महामंत्री सुशील कटारा ने कहा कि एनडीए ने देश में पहली बार किसी आदिवासी महिला को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया था और 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए मतदान हुआ था. एनडीए के अलावा ऐसी कई पार्टियां थी, जिसने आदिवासी महिला होने के नाते राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू को अपना समर्थन दिया और वोट किया लेकिन प्रदेश के आदिवासी बहुल डूंगरपुर में आदिवासियों व आदिवासी समाज के नाम पर विधायक बने चौरासी विधायक राजकुमार रोत ने राष्ट्रपति पद के लिए हुए मतदान में भाग ही नहीं लिया. आदिवासी समाज उन्हें इस काम के लिए काफी माफ़ नहीं करेगा. 


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इधर पत्रकार वार्ता में प्रदेश महामंत्री सुशील कटारा ने कांग्रेस सरकार भी निशाना साधा उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के राज में प्रदेश में किसानों को बीज खाद नहीं मिल पा रहा हैं, वहीं प्रदेश की कानून व्यवस्था भी चरमरा गई है. कांग्रेस राज में कांग्रेस विधायकों की मंत्री नहीं सुन रहें तो बेचारी आम जनता का क्या हाल होगा. उन्होंने कहा की प्रदेश की जनता कांग्रेस सरकार की नीतियों से त्रस्त हो चुकी है और आने वाले विधान सभा चुनाव में राजस्थान में पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की एक सशक्त सरकार बनने का उन्होंने दावा भी किया है.


Reporter- Akhilesh Sharma


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