Dungarpur: जिले के राजस्थान शिक्षक संघ शेखवात की ओर से शिक्षकों की अलग-अलग मांगें को लेकर कलेक्ट्रेट पर धरना दिया गया. इस दौरान शिक्षकों ने स्थाई तबादला नीति, प्रतिबंधित जिलों की अवधारणा समाप्त करने सहित अन्य मुद्दों पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. वहीं धरना-प्रदर्शन के बाद जिला कलेक्टर को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा.


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डूंगरपुर जिले के राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के जिला अध्यक्ष मणिलाल मालीवाड के नेतृत्व में संघ से जुड़े शिक्षक कलेक्ट्रेट पर एकत्रित हुए. इस दौरान शिक्षकों ने विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट के बाहर धरना देकर प्रदर्शन किया.  इस दौरान शिक्षक नेताओं ने धरने को संबोधित किया. अपने संबोधन में शिक्षक नेताओं ने कहा की जब तक शिक्षकों के लिए स्थाई स्थानांतरण नीति लागू नहीं होगी और प्रतिबंधित जिलों की अवधारणा समाप्त नहीं होगा तब तक राजस्थान में शिक्षकों का आन्दोलन खत्म नहीं होगा. अगर राजस्थान में सरकार स्थाई स्थानांतरण नीति की घोषणा नहीं करती है तो राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत प्रदेश में एक बड़ी लड़ाई की घोषणा करेगा. 


इसके अलावा सभा में स्थाई स्थानांतरण नीति बनाकर स्थानांतरण प्रक्रिया तुरंत शुरू करने, प्रतिबंधित जिलों की अवधारणा समाप्त कर टीएसपी क्षेत्र में लगें नॉन टीएसपी क्षेत्र के शिक्षकों का ट्रांसफर तुरंत करने, सभी संवर्गों की डीपीसी पूर्ण करने, उपप्रधानाचार्य के पद सृजित कर उन्हें 50% विभागीय सीधी भर्ती से भरने, सभी संवर्गों में संतुलन बनाने के लिए मंत्रालयिक संवर्ग की तरह 25 वर्ष की सेवा के पश्चात प्रथम नियुक्ति तिथि से वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति देने, समकक्ष शिक्षकों की पदोन्नति उपरांत निश्चित समयावधि में पदोन्नति सुनिश्चित कर सामाजिक, वाणिज्य, कृषि आदि विषयों में स्नातक अध्यापकों को न्याय प्रदान करने सहित विभिन्न मांगों पर चर्चा की गई. इधर, धरना-प्रदर्शन के बाद शिक्षक संघ शेखवात ने जिला कलेक्टर को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा और मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की है.


Reporter: Akhilesh Sharma


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