Aspur: प्रदेश में कोयला संकट के चलते अघोषित विद्युत कटौती के बीच राज्य सरकार ने 100 यूनिट बिजली मुफ्त बिल का फरमान जारी कर उपभोक्ताओं को राहत देने का प्रयास किया है. 


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डूंगरपुर जिले के साबला क्षेत्र में निगम के अधिकारी और कार्मिक उपभोक्ताओं को ज्यादा राशि के बिल थमा रहे हैं. ऐसे में उपभोक्ता काफी परेशान है और उन्होंने बिजली विभाग के कार्यालय पहुंचकर नाराजगी जताई है.


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डूंगरपुर जिले के साबला क्षेत्र में उपभोक्ताओं के घरो में आए बिजली के बिलों में इस बार भारी गड़बड़ी सामने आई है. बिजली निगम द्वारा भारी भरकम बिजली जब उपभोक्ताओं को मिले तो उपभोक्ताओं के होश उड़ गए. वहीं, मामले में उपभाक्ताओ ने साबला बिजली विभाग के कार्यालय पहुंचकर अपनी अपने शिकायत दर्ज करवाते हुए नाराजगी व्यक्त की.


विद्युत निगम के अधिकारियों की लापरवाही 
उपभोक्ताओं की शिकायत पर जब बिल चेक किए गए तो इसमें कहीं कंप्यूटर ऑपरेटर की तकनीकी गलती तो कहीं रीडिंग की समस्या सामने आई. बिजली बिलों में विगत 3 वर्ष पूर्व की ऑडिट की बकाया राशि भी जोड़ने का मामला सामने आया. इस पर उपभोक्ता ने विरोध जताते हुए कहा कि विद्युत निगम के अधिकारियों की लापरवाही के चलते कार्मिक घर बैठे ही रीडिंग भर कर बिजली बिल जारी कर रहे हैं. ऐसे में बिजली बिल किसी महीने में कम तो किसी महीने अधिक थमा दिया जाता है. इससे घर का बजट हद तक प्रभावित हो रहा है. 


वहीं, उपभोक्ता डिस्कॉम ऑफिस के चक्कर लगाकर परेशान हो रहें हैं. ऐसे में सहायक अभियंता कमलेश्वर जैन ने उपभोक्ताओं को बारी-बारी से बुलाकर उपभोक्ताओं की समस्याओं का मौके पर ही समाधान करवाया. इधर इस दौरान सहायक अभियंता कमलेश्वर जैन ने बताया कि तकनीकी गड़बड़ी के चलते ऐसा हुआ है और शिकायत आने पर उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है.


Reporter- Akhilesh Sharna


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