Dungarpur News: डूंगरपुर जिले में पौष पूर्णिमा के मौके पर साबला हरि मंदिर से बेणेश्वर धाम तक 5 किलोमीटर की पदयात्रा निकाली जानी थी, लेकिन महंत अच्युतानंद महाराज की तबियत खराब होने से यात्रा टालनी पड़ी. हालाकि, महंत कार में बैठकर बेणेश्वर धाम पहुंचे और राधा-कृष्ण मंदिर में पूजा अर्चना की. साथ ही धर्म सभा को भी संबोधित किया. 


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मावभक्तो को दिया धर्म की राह पर चलने का संदेश
इस दौरान हजारों मावभक्त जयकारे लगाते हुए सीधे ही बेणेश्वर धाम पर आए. धर्म ध्वजाएं और जयकारों के बीच मावभक्तो ने मंदिरो में दर्शन किए. वहीं, कई भक्तो ने त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी भी लगाई. महंत अच्युतानंद महाराज ने महाआरती के बाद भक्तों को आशीर्वाद दिया. इस मौके पर बेणेश्वर धाम पर धर्मसभा का आयोजन हुआ. धर्मसभा को महंत अच्युतानंद महाराज ने संबोधित किया और मावभक्तो को धर्म की राह पर चलने का संदेश दिया. इस मौके पर पूर्व मंत्री और विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीया भी मौजूद रहे.


20 फरवरी को बेणेश्वर मेले की होगी शुरुआत
बेणेश्वर महाकुंभ की शुरुआत अगले महीने होगी. 14 फरवरी को माघ शुक्ल पंचमी के दिन साबला हरि मंदिर पर ध्वजारोहण किया जाएगा. माघ शुक्ल एकादशी 20 फरवरी को बेणेश्वर धाम राधा कृष्ण मंदिर पर ध्वजारोहण के साथ मेले की शुरुआत होगी. ऐसे में अगले महीने तक बेणेश्वर धाम में भक्तों की भीड़ रहेगी. महंत अच्युतानंद महाराज की ओर से सप्तरंगी ध्वजा लहराई जायेगी. इसके साथ ही देशभर से आने वाले श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाएंगे. मृतक की अस्थियों को त्रिवेणी संगम में विसर्जन के बाद तर्पण अर्पण करेंगे. वहीं, 24 फरवरी को माघ पूर्णिमा के दिन मुख्य मेला भरेगा. इस दिन साबला से बेणेश्वर धाम तक पालकी यात्रा आकर्षण का केंद्र रहेगा. पालकी यात्रा के बाद आबू दर्रा घाट पर शाही स्नान और फिर मंदिरों में दर्शन और पूजा अर्चना के कार्यक्रम होंगे. 


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