Sagwara, Dungarpur News: डूंगरपुर जिले की सागवाड़ा थाना पुलिस ने यूएस के लोगों से ठगी करने वाले एक शातिर ठग को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ठग फर्जी कॉल सेंटर खोलकर भारत में बैठकर विदेश के लोगों से ठगी करता था. पुलिस ने आरोपी ठग को मुम्बई से गिरफ्तार किया है. वहीं, पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. आरोपी एक साल से फरार चल रहा था. 


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डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा पुलिस उपाधीक्षक विक्रम सिंह ने बताया कि 6 सितंबर 2021 को सागवाड़ा थाना पुलिस ने पुनर्वास कॉलोनी में एक फर्जी कॉल सेंटर पर छापेमार कार्रवाई की थी. जहां पर मुंबई के रहने वाले 8 लड़के और लडकियों द्वारा कॉल सेंटर में कई तरह के इलेक्ट्रिक उपकरण लगाकर लगाकर विदेश में रहने वाले लोगो से इंटरनेट कॉलिंग के जरिए ठगी की जा रही थी. 


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अमेजन कंपनी का माल डिलीवर करने के नाम पर उन लोगों को झांसे में लेकर उनसे ऑनलाइन रुपए ऐठने का काम कर रहे थे. पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर से लैपटॉप और मोबाइल बरामद किए थे. पुलिस ने मामले मुंबई के 8 युवक और युवतियों को गिरफ्तार कर लिया था. जबकि मामले में मुख्य सरगना बॉथम फरार हो गया था. 


क्या बोले डीएसपी विक्रम सिंह 
डीएसपी विक्रम सिंह ने बताया कि फरार आरोपी बॉथम की तलाश के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे थे. एएसआई शंकरलाल, भूपेंद्र सिंह, सागर और साइबर सेल से हेमेंद्र सिंह की टीम बॉथम की तलाश में जुट गई. इस पर टीम मुंबई के भाइंदर में उसके घर पहुंची लेकिन पता चला की वह लंबे समय से वहा नहीं आ रहा था. पुलिस की टीम उसे पकड़ने के लिए प्रयास कर रही थी. 


19 दिसंबर को पुलिस की टीम फिर से भाइंदर मुंबई पहुंची, जहां पता किया लेकिन बॉथम नहीं मिला. पुलिस उसे जगह जगह ढूंढने लगी. इस दौरान पता लगा की बॉथम टैक्सी ड्राइवर का काम करने लगा है. पुलिस ने अलग अलग टैक्सी स्टैंड पर पता किया. इस दौरान मीरा टैक्सी स्टैंड पर बॉथम (42) पुत्र रॉड्रिक्स कृष्चयन निवासी रॉड्रिक्स इंक्लेव बकौल स्ट्रीट जेबीसी नरोणा रोड क्रॉस गार्डन के पास मीरा भाइंदर पश्चिम पुलिस थाना भाइंदर पश्चिम जिला ठाणे महाराष्ट्र टैक्सी लेकर जाते हुए दिखा. पुलिस ने उसे घेरा डालकर पकड़ लिया. पुलिस उसे पकड़कर सागवाड़ा लेकर आई. जिससे पूछताछ की जा रही है. 


शबैक दिलाने के नाम पर करता ठगी
डीएसपी ने बताया कि फर्जी कॉल सेंटर से यूएस और विदेशी लोगो से ही ठगी करते थे. अमेजन कंपनी का नाम लेकर इंटरनेट कॉलिंग करते. ग्राहकों को कैश बैक देने के नाम पर झांसे में लेकर उनके मोबाइल में ऐनी डेस्क सॉफ्टवेयर डाउनलोड करा उसका कोड ले लेते. इसके बाद बॉथम उनके खाते से रुपए अपने खाते में ट्रांसफर कर लेता. सभी आरोपी मुंबई में अंग्रेजी स्कूल में पढ़े लिखे होने से अंग्रेजी में बात कर झांसे में लेते थे.


Reporter- Akhilesh Sharma