Dungarpur News: राजस्थान के डूंगरपुर जिले में चौरासी विधानसभा उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने इस बार 29 साल के युवा चेहरे महेश रोत को मैदान में उतारा है. महेश रोत सांसरपुर पंचायत से सरपंच हैं. इससे पहले उदयपुर कॉलेज में पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष, यूथ कांग्रेस के नेता रह चुके हैं. भगोरा परिवार का टिकिट काटकर पहली बार महेश रोत को चुनावी मैदान में उतारा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें- Alwar News: बाघों की बढ़ती संख्या के साथ सरिस्का में दिखा गिद्धों का झुंड, पर्यावरण संतुलन को बरकरार रखने में निभा रहे महत्वपूर्ण भूमिका


 


चौरासी समेत प्रदेश के सभी 7 विधानसभा उपचुनावों को लेकर नामांकन की आखरी तारीख 25 अक्टूबर है. विधायक राजकुमार रोत के सांसद बनने के बाद ये सीट खाली हुई थी. भारत आदिवासी पार्टी ने सबसे पहले अनिल कटारा को अपना प्रत्याशी घोषित किया. नामांकन के 2 दिन पहले कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है. यूथ कांग्रेस के नेता के नेता महेश रोत को टिकिट दिया है. 


 



महेश रोत सांसरपुर पंचायत से सरपंच हैं. महेश रोत की चौरासी क्षेत्र में युवा वर्ग के बीच मजबूत पकड़ रखते हैं. 2023 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने ताराचंद भगोरा को प्रत्याशी बनाया था, लेकिन वे हार गए थे. वे तीसरे स्थान पर रहे थे. इस बार भी भगोरा परिवार से भतीजा बहु निमिषा भगोरा ओर रूपचंद भगोरा टिकिट की मांग कर रहे थे. लेकिन कांग्रेस ने भगोरा परिवार का टिकिट काटकर नए युवा चेहरे पर भगोरा किया है. 


 



इस मौके पर कांग्रेस उम्मीदवार महेश रोत ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने जो भरोसा उन पर जताया है उस पर खरा उतरेंगे. उन्होंने कहा- विकास और शिक्षा पर काम करना प्राथमिकता रहेगी. वहीं इस मौके पर उन्होंने बीजेपी और भारत आदिवासी पार्टी पर निशाना साधते हुए दोनों दलों पर धर्म और जाति के नाम पर राजनीति करने के आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि बीजेपी और बीएपी ने युवाओं को गुमराह कर उनका भविष्य खराब किया है. 


 



उन्होंने पिछली कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों और वर्तमान सरकार की नाकामियों को जनता के बीच जाने और उपचुनाव में अपनी जीत का दावा भी किया. 23 साल की उम्र में पहली बार उदयपुर कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष बने महेश रोत सांसरपुर पंचायत के कजड़िया फला के रहने वाले हैं. पिता स्वर्गीय अमृतलाल रोत भी 1995-2000 में जिला परिषद सदस्य रहे हैं. उन्होंने राजनीति विज्ञान से एमए की है. कॉलेज में पढ़ाई के समय से ही कांग्रेस की विचारधारा से जुड़े. 


 



कांग्रेस के स्टूडेंट मोर्चा एनएसयूआई से जुड़े. 2017-18 में उदयपुर मोहनलाल सुखाड़िया कला महाविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष रहे. इसके बाद 2018 में मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर में एनएसयूआई से केंद्रीय छात्रसंघ अध्यक्ष प्रत्याशी भी रहे. 2019 में डूंगरपुर एनएसयूआई के संरक्षक रहे. 2022 में यूथ कांग्रेस के प्रदेश महासचिव भी रहे हैं. अभी संसारपुर पंचायत के सरपंच हैं.


 



बीजेपी ने अभी तक नहीं की घोषणा


चौरासी विधानसभा सीट पर बीजेपी ने अभी तक अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है. जबकि प्रदेश की अन्य सभी 6 सीटों पर भाजपा अपने प्रत्याशी उतार चुकी है. बीजेपी को इस सीट पर अपना प्रत्याशी चयन में कई समीकरण साधने का प्रयास कर रही है. 2023 विधानसभा चुनावों में भाजपा से सुशील कटारा प्रत्याशी थे जो 69 हजार वोट से हार गए थे. इसके बाद भाजपा के लिए ये चुनाव बड़ी चुनौती है.