Dungarpur News: डूंगरपुर में राम को काल्पनिक बताने पर विधायक का विरोध हो रहा है,तो वहीं कथावाचक कमलेश शास्त्री ने कहा-एमएलए बनना आसान, प्रभु श्रीराम को नकारने वाले राजनीति कर रहे. 


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रामायण के पात्र को काल्पनिक बताया 
डूंगरपुर जिले के चौरासी से बीएपी विधायक राजकुमार रोत द्वारा प्रभु श्रीराम और रामायण के पात्र को काल्पनिक बताए जाने के बयान को प्रसिद्ध श्रीरामकथा वाचक कमलेश भाई शास्त्री ने राजनीति से प्रेरित बताया है. शास्त्री ने कहा की विधायक बनना तो बहुत आसान है. विधायक दृष्टिकोण रखना बड़ी बात है. सबकों समरसता से जोडना होगा.प्रसिद्ध श्रीरामकथा वाचक कमलेश भाई शास्त्री ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा की राजनीति के चलते वागड़ में सामाजिक समरसता को बिगाड़ने का काम बहुत हो चुका अब समाज में विश्वास पैदा करने का काम करना होगा. इस जगत को यदि किसी ने रामायण से परिचित कराया है तो वह महर्षि वाल्मिकी है. आप और हम वाल्मिकी ऋषि की संतान हैं.


कमलेश भाई शास्त्री ने राजनीति से प्रेरित बताया 
 क्या हम उनको भी काल्पनिक कहेंगे.भारत के संविधान में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने भी राम को स्थापित किया है. उनके संविधान को भी देखा जाये.  शास्त्री ने कहा कि प्रभु श्रीराम ने अपना अधिकांश जीवन तो आदिवासियों के बीच बिताया है. फिर भी आज इस तरह की बातें कहकर समाजों में दूरियां बढ़ने की बात हो रही है. आज समाजों में और सनातन धर्म में  हो रहे बिखराव को रोके जाने की आवश्यकता है. 



शास्त्री ने कहा कि बार- बार सनातन विरोधी बयानों से अराजकता बढ़ेगी और एक- दूसरे के प्रति अविश्वास पैदा होगा. इसलिए मेरी सभी से प्रार्थना है कि ऐसे बयान देने से बचें और समाजों में एकजुटता के लिए काम करें. चौरासी से बीएपी विधायक राजकुमार रोत ने प्रभु श्रीराम को काल्पनिक बताया था. इसके बाद से वागड़ में सनातन संस्कृति और हिंदू संगठनों से जुड़े लोग विरोध कर रहा है.


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