Dungarpur, डूंगरपुर: राजस्थान के डूंगरपुर जिले में रबी की फसलों को लेकर डूंगरपुर में न तो किसानों को बीज मिल रहा है और न ही खाद. किसान क्रय-विक्रय सहकारी समितियों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन खाद व बीज खत्म हो जाने से किसान परेशान है. वहीं, खाद व बीज नहीं मिलने से रबी की फसल की बुवाई में भी देरी हो रही है. 


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जिले में सर्दी का असर बढ़ने के साथ ही रबी की फसलों की बुवाई शुरू हो गई है. किसान खाद -बीज के जुगाड़ में लगे हैं, लेकिन डिमांड के मुताबिक खाद-बीज नहीं मिलने से किसान परेशान है. डूंगरपुर क्रय-विक्रय सहकारी समिति की ओर से खाद बीज का वितरण किया जाता है. क्रय-विक्रय की ओर से खाद बीज की डिमांड भी भेज दी गई है.  डूंगरपुर में 3 हजार कट्टे (प्रति कट्टा 40 किलो) गेंहू के बीज की डिमांड है, लेकिन अब तक केवल 200 कट्टे बीज ही मिला है. इसे भी पूरा वितरण कर देने के बाद अब बीज नहीं बचा है, ये बीज सब्सिडी पर किसानों को दिया जाता हैं. 
 
खाद की स्थिति भी खराब
क्रय-विक्रय सहकारी समितियों में जहां बीज खत्म हो चुका हैं, तो वही खाद की स्थिति भी ठीक नहीं है. डूंगरपुर जिले में 15 हजार कट्टे यूरिया खाद की डिमांड है, जबकि 5 हजार कट्टे (प्रति कट्टा 45 किलो) डीएपी खाद की जरूरत है, लेकिन क्रय-विक्रय के पास अभी यूरिया और डीएपी दोनों ही किस्म के बाद नहीं है. ऐसे में किसानों को डीएपी की बजाय अब एसएसपी खाद दिया जा रहा है. एसएसपी खाद के भी 800 कट्टे ही बचे हैं, जिसके खत्म होने के बाद किसानों को ये भी नहीं मिल पाएगा. ऐसे में किसान खाद-बीज के लिए क्रय-विक्रय के चक्कर काट रहे हैं. खाद-बीज नहीं मिलने से परेशान किसानों को बेरंग ही लौटना पड़ रहा है. 


इधर, खाद व बीज की कमी को लेकर क्रय-विक्रय सहकारी समिति के अध्यक्ष रतनलाल पाटीदार ने बताया कि खाद-बीज की डिमांड भेज रखी है. जल्द ही सप्लाई मिलने की उम्मीद है. खाद-बीज आते ही किसानों को वितरण भी शुरू कर दिया जाएगा. 


बहराल डूंगरपुर जिले में रबी की फसल को बुवाई शुरू हो गई. किसान खेतो में जुटे हुए हैं, लेकिन जिले में क्रय-विक्रय समितियों पर सब्सिडी में मिलने वाले बीज और खाद की किल्लत चल रही है. ऐसे में किसान परेशान है और बुवाई भी प्रभावित हो रही है. 


Reporter- Akhilesh Sharma