Dungarpur: जिले के सदर थाना क्षेत्र के एक गांव में 10 वर्षीय बालिका की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में परिजनों ने चौथे दिन जिला अस्पताल की मोर्चरी से शव उठाया. परिजन और ग्रामीणों ने मोर्चरी से गांव तक शव के साथ जुलुस निकाला. वही गांव में पुलिस की मौजदूगी में जाकर बालिका के शव का अंतिम संस्कार किया गया.


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पुलिस की मौजदूगी में शव का अंतिम संस्कार
मामले के अनुसार 28 जून को सदर थाना क्षेत्र के एक गांव में 10 वर्षीय बालिका अपने घर के आंगन में खाट पर सोई थी. सुबह जब परिजन उठे तो बालिका अपनी खाट पर नहीं थी. जिसकी परिजनों के काफी तलाश की लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा. जिसकी लापता की रिपोर्ट परिजनों ने सदर थाना पुलिस को दी थी. वहीं 29 जून की देर शाम बालिका का शव गांव के पास पुलिया के नीचे निर्वस्त्र अवस्था में मिला था.



बालिका के साथ दुष्कर्म कर हत्या का आरोप 
सुचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को मौके से उठवाकर जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया था. वही गांव के एक व्यक्ति ने बताया था की गांव के पूर्व सरपंच का पोता जितेन्द्र कटारा को उसने 29 जून को पुल के पास देखा था. जिस पर परिजनों ने जितेन्द्र पर बालिका के साथ दुष्कर्म कर हत्या का आरोप लगाया था. वहीं परिजनों ने युवक को गिरफ्तार करके सरेआम फांसी दिए जाने और मौताणा दिए जाने की मांग की थी. हालांकि पुलिस ने समझाईस के बाद 30 जून को मृतका के शव का पोस्टमार्टम करवा दिया था. लेकिन परिजन अपनी मांगो पर अड़े रहे और शव को लेकर नहीं गए.


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आरोपी युवक को पुलिस ने किया गिरफ्तार
करीब ३ दिन की समझाइश के बाद भी परिजन नहीं माने और शव मोर्चरी में ही पड़ा रहा. वहीं कल रात को सदर थाना पुलिस ने आरोपी युवक को दुष्कर्म और हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया. जिसके बाद आज चौथे दिन परिजन और ग्रामीण जिला अस्पताल की मोर्चरी पहुंचे और शव को अस्पताल से उठाया. परिजन व ग्रामीणों ने घटना के विरोध में और आरोपी को फांसी दिए जाने की मांग को लेकर शव के साथ जुलुस निकाला. परिजनों व ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में मोर्चरी से गांव तक शव के साथ जुलुस निकाला. इधर सुरक्षा के चलते पुलिस बल भी जुलुस के साथ रहा.


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