डूंगरपुर:  जिले में पिछले 5 महीने से कार्यरत 260 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. मानदेय नहीं मिलने से सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर भुगतान की मांग की है.


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डूंगरपुर जिले में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियो (सीएचओ) को पदस्थापन के 5 माह गुजर जाने के बाद भी मानदेय नहीं मिला है. जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी अपने मानदेय के लिए स्वास्थ्य विभाग के चक्कर काट रहे हैं. इधर स्वास्थ्य विभाग के चक्कर काट-काट कर भी मानदेय का भुगतान नहीं होने से परेशान सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने कलेक्टर से मिलकर मानदेय के भुगतान की गुहार लगाई है.


सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) विधि अहारी ने बताया कि डूंगरपुर जिले में मार्च माह में 260 सीएचओ की नियुक्ति हुई थी. तभी से सीएचओ शहर और ग्रामीण क्षेत्रो में अपनी सेवाए दे रहे हैं. लेकिन नियुक्ति के बाद  5 माह गुजर जाने के बाद भी सीएचओ को मानदेय नहीं मिला है, जिससे उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड रहा है. विधि ने बताया कि सरकार की और से गत 27 जून को सीएचओ के वेतन भुगतान की प्रशानिक तथा वित्तीय स्वीकृति जारी कर दी गई है.


वहीं, इस स्वीकृति के आधार पर अन्य जिलो में सीएचओ को भुगतान भी कर दिया गया है लेकिन डूंगरपुर जिले में सीएचओ आज भी वेतन के लिए भटक रहे हैं. सीएचओ ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौपते हुए शीघ्र वेतन भुगतान की मांग राखी है.
 


नहीं मिला अभी तक बजट- सीएमएचओ 
इधर सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों के मानदेय को लेकर डूंगरपुर जिले के सीएमएचओ डॉ राजेश शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा की बजट को लेकर वित्तीय स्वीकृति तो प्राप्त हो गई है, लेकिन अभी तक बजट नहीं मिला है. जैसे ही बजट प्राप्त होगा वैसे ही सभी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों के मानदेय का भुगतान कर दिया जाएगा.


बहरहाल, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जल्द ही बजट मिलने और मानदेय के भुगतान की बात कर रहे हैं, लेकिन पिछले 5 माह से बिना मानदेय के काम कर रहे सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों के सामने घर चलाना मुश्किल हो गया है. 


Reporter- Akhilesh Sharma


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