डूंगरपुर: जिले के आसपुर व साबला उपखंड क्षेत्र में क्वार्ट्ज पत्थर के खनन में गजब का खेल चल रहा है. दोनों उपखंड क्षेत्र के कई गांवों में खनन माफिया क्वार्ट्ज पत्थर का अवैध खनन कर रहे हैं. वहीं, ये खनन माफिया अन्य क्षेत्रों में क्वार्ट्ज पत्थर का अवैध खनन कर लीजधारी ठेकेदारों से मिलकर उनकी माइंस पर अवैध क्वार्ट्ज पत्थर पहुंचाकर उसे वैध बना रहे हैं. वहीं, सब कुछ पता होते हुए भी खनन व राजस्व विभाग मामले में मौन है. जिले में सागवाडा, आसपुर व साबला उपखंड क्षेत्र के कई गाँवों में क्वार्ट्ज पत्थर का अवैध खनन का धंधा कई महीनों से चल रहा है. 


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स्नो किस्म के इस पत्थर की मांग गुजरात में सबसे ज्यादा है. यहां पर अच्छे दाम भी मिलते हैं. इसके चलते अब जिले में इन पत्थरों का खनन शुरू हो गया है. खनन माफियाओं की ओर से सागवाड़ा, आसपुर और साबला क्षेत्रों में सफेद पत्थर के ट्रक को कम दामों में भरवाया जा रहा है और ऊंचे दामों पर गुजरात की फैक्ट्री में बेचा जाता है, जिसमें 200 से 300 गुना तक लाभ मिल रहा है. दिहाड़ी मजदूरी में ग्रामीण खुदाई करके एक ट्रक भर देते हैं, जिसमें मुश्किल से दो हजार तक खर्चा आता है. इसके अलावा परिवहन में मुश्किल से 5 से 8 हजार का खर्चा होता है. वहीं, गुजरात में 30 से 40 हजार तक की कीमत में मिलती है, जिससे दोगुने से भी ज्यादा लाभ होता है.


कांच और टाइल्स फैक्ट्री में उपयोगी है स्नो वाइट क्वार्ट्स
डूंगरपुर में क्वार्ट्स पत्थर स्नो वाइट कहलाता है. जो सी ग्रेड का पत्थर होता है. इस पत्थर का सबसे ज्यादा उपयोग कांच बनाने और टाइल्स फैक्ट्री में हो रहा है. जहां पर उत्पाद की चमक बढ़ाने, शुद्धता लाने और पत्थर से शाइनिंग के क्रिस्टल होने से लाभकारी होता है. इसके अलावा कलर फैक्ट्री में इसका सबसे ज्यादा उपयोग हो रहा है.


अवैध को कर रहे अब वैध


 क्वार्ट्ज पत्थर का अवैध खनन करने वाले खनन माफियाओं ने क्वार्ट्ज पत्थर का अवैध परिवहन गुजरात तक करने के दौरान किसी कार्रवाई से बचने के लिए नया रास्ता निकाला है. खनन माफिया आसपुर व साबला उपखंड क्षेत्र के मलापा, काब्जा, बोडिगामा, बड़ा छोटा, झरियाणा आदि गांवों में क्वार्ट्ज के अवैध खनन कर पत्थरों को संग्रहित करते हैं. वहीं, इन पत्थरों का संग्रह करके उन्हें उस क्षेत्र में लीजधारी ठेकेदारों से मिलकर अवैध निकाले गए. क्वार्ट्ज पत्थरों को उनके माइन्स में पहुंचाकर उन्हें वैध कर रहे हैं और अपनी जेबे भर रहे हैं. इधर इस मामले में जब आसपुर तहसीलदार से बात की गई तो उन्होंने कहा इस सम्बन्ध में मुझे जानकारी नहीं है.  पुलिस व खनन विभाग से मिलकर ऐसे मामलों में संयुक्त टीम बनाकर कार्रवाई की जाएगी. वहीं, मामले में खनन विभाग के अधिकारी ने केमरे के सामने तो कुछ नहीं बोला लेकिन मामले में कार्रवाई का आश्वासन जरुर दिया है .


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Reporter- Akhilesh sharma