Dungarpur News: चौरासी विधानसभा उपचुनाव, शाम 5 बजे तक थम जाएगा चुनावी प्रचार, भाजपा ने झोंकी ताकत, बीएपी और कांग्रेस में क्या है स्थिति?
डूंगरपुर जिले में चौरासी विधानसभा उपचुनाव को लेकर 13 नवम्बर को मतदान है. प्रचार के शोर थमने में 24 घंटे का समय बचा है. भाजपा में सीएम, प्रदेशाध्यक्ष से लेकर मंत्री तक ने ताकत झोंक दी है. जबकि बीएपी से खुद सांसद राजकुमार रोत ने मोर्चा संभाल रखा है.
Dungarpur News: डूंगरपुर जिले में चौरासी विधानसभा उपचुनाव को लेकर 13 नवम्बर को मतदान है. प्रचार के शोर थमने में 24 घंटे का समय बचा है. भाजपा में सीएम, प्रदेशाध्यक्ष से लेकर मंत्री तक ने ताकत झोंक दी है. जबकि बीएपी से खुद सांसद राजकुमार रोत ने मोर्चा संभाल रखा है. वही कांग्रेस से सिर्फ लोकल लीडर के भरोसे ही चुनाव प्रचार चल रहा है. तीनो ही पार्टियों आदिवासी वोटर्स को साधने का प्रयास कर रहे है.
चौरासी विधानसभा उपचुनाव प्रचार का शोर 11 नवम्बर को शाम 5 बजे तक थम जायेगा. इसके बाद किसी भी बड़े नेता की सभा नहीं हो सकेगी. 13 नवंबर को मतदान तक प्रत्याशी ओर उनके समर्थक घर घर जाकर वोट की अपील कर सकेंगे. चुनाव प्रचार के आखिरी दिन कल 11 नवंबर को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का दौरा प्रस्तावित है. नामांकन दाखिल करने के बाद मुख्यमंत्री का ये दूसरी बार दौरा होगा. सीएम के साथ भी बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने नामांकन के दिन 25 अक्टूबर को जनसभा में आदिवासी वोटर को साधने का प्रयास किया था. वही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल राठौड़ तीसरी बार चौरासी के दौरे पर आएंगे.
दो दिन पहले भी चोरासी में उनकी सभा थी. वही टीएडी मंत्री बाबूलाल खराड़ी को चौरासी विधानसभा की जिम्मेदारी दी गई है. ऐसे में वे लगातार चोरासी के दौरे पर है. वही पूर्व चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ भी आ चुके है. भाजपा 2 चुनावों से लगातार हार रही है. प्रदेश में भाजपा की सरकार है और भाजपा सरकार की योजनाओं के माध्यम से आदिवासी वोटर को साधकर फिर से इस सीट पर कब्जा करने का प्रयास कर रही है.
कांग्रेस में सिर्फ लोकल लीडर के भरोसे
वही कांग्रेस की बात करे तो नामांकन से लेकर आज तक किसी भी बड़े नेता का दौरा नहीं हुआ है. कांग्रेस के प्रदेशध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री से लेकर तमाम नेताओं ने चौरासी से दूरी बनाए रखी है. स्थानीय पूर्व सांसद ताराचंद भगोरा, डूंगरपुर से कांग्रेस के एकमात्र विधायक गणेश घोघरा के अलावा लोकल नेताओं ने मोर्चा संभाल रखा है. वही कल प्रचार के आखरी दिन भी किसी बड़े लीडर का दौरा नहीं है. दूसरी ओर 2 बार से इस सीट पर विधायक राजकुमार रोत खुद बीएपी से मोर्चा संभाले हुए है. बीटीपी ओर फिर बीएपी लगातार तीसरी बार इस सीट पर जीत के लिए आदिवासियों को उनके मुद्दों पर साधने का प्रयास कर रहे है.
बीएपी में स्थानीय पार्टी होने के साथ ही राजकुमार रोत ही बड़े लीडर होने की वजह से उनकी साख भी दांव पर लगी है. ऐसे में बीएपी भी इस सीट पर फिर से जितने के लिए पूरी ताकत लगा रही है. बहरहाल डूंगरपुर जिले की चौरासी विधानसभा क्षेत्र में चारो तरफ चुनावी प्रचार का शोर सुनाई दे रहा है. बीएपी जहा अपने स्टार प्रचारक राजकुमार रोत के भरोसे चौरासी विधानसभा सीट पर लगातार तीसरी बार चुनाव जीतकर जीत की हैट्रिक लगाने की जुगत में है.
वहीं भाजपा में सीएम से लेकर मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष तक भाजपा को जिताने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है. वहीं कांग्रेस अपने लोकल लीडर्स के भरोसे चौरासी विधानसभा सीट का समर लड़ रही है. अब इस त्रिकोणीय मुकाबले में जीत का ताज कौनसी पार्टी के सिर पर सजेगा ये तो आने वाला वक्त ही बता पायेगा.
राजस्थान की ताज़ा ख़बरों के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें Rajasthan News और पाएं Latest Rajasthan News हर पल की जानकारी. राजस्थान की हर खबर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!