राजस्थान चुनाव: बागी खड़े उम्मीदवारों को मनाने पहुंचे कांग्रेसी नेता, नहीं माने बागी...लौटे बेरंग
राजस्थान चुनाव: विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज बागी होकर चुनाव में निर्दलीय ताल ठोकने वाले बागियों को कांग्रेस पार्टी मनाने में लगी है. इसी के तहत मंत्री महेंद्रजीत मालविया, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिनेश खोडनिया, कांग्रेस जिला अध्यक्ष वल्लभराम पाटीदार बागियों के घर पहुंचे.
डूंगरपुर न्यूज: डूंगरपुर जिले में विधानसभा चुनाव के तहत राजनैतिक दल अब निर्दलीय नामांकन भरने वाले बागियों को मनाने में जुटे हुए हैं. इसी के तहत मंत्री महेंद्रजीत मालविया, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिनेश खोडनिया के नेतृत्व में कांग्रेसी नेता डूंगरपुर पहुंचे और बागी चुनाव लड़ने वाले नेताओं से मुलाकात कर समझाइश की लेकिन बागियों के नहीं मानने पर उन्हें बेरंग ही लौटना पड़ा.
बागियों को कांग्रेस पार्टी मनाने में जुटी
विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज बागी होकर चुनाव में निर्दलीय ताल ठोकने वाले बागियों को कांग्रेस पार्टी मनाने में लगी है. इसी के तहत मंत्री महेंद्रजीत मालविया, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिनेश खोडनिया, कांग्रेस जिला अध्यक्ष वल्लभराम पाटीदार बागियों के घर पहुंचे. इस दौरान वरिष्ठ नेताओं ने चौरासी विधानसभा सीट से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले पीसीसी महासचिव महेंद्र बरजोड से समझाइश की लेकिन बरजोड नहीं माने और उन्होंने नामांकन वापस लेने से साफ इनकार करते हुए चुनाव में खड़े रहने की बात कही.
जिसके चलते वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं को बेरंग लौटना पड़ा. इसी के साथ मंत्री महेंद्रजीत मालविया, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिनेश खोडनिया, कांग्रेस जिला अध्यक्ष वल्लभराम पाटीदार डूंगरपुर विधानसभा सीट से बागी चुनाव लड़ने वाले बिछीवाडा प्रधान देवराम रोत से भी मिलने पहुंचे लेकिन देवराम रोत का मोबाइल स्विच ऑफ था जिसके चलते देवराम रोत से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई. जिसके चलते यहां भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को निराशा हाथ लगी. इधर अगर दोनों सीट पर कांग्रेस से बागी प्रत्याशी निर्दलीय मैदान में होते है तो कांग्रेस को दोनों ही सीटो पर भारी नुकसान उठाना पड़ेगा.
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