गरीबों का गेंहू खाकर, डकार भी नहीं ली, अब विभाग करेगा वसूली
कोरोना की पहली लहर में निशुल्क गेंहू वितरण में कई वंचित पात्र लोगों ने अपात्र लोगों को हटाने की मांग सरकार से की थी. जिसके बाद राज्य सरकार की ओर से अपात्र लोगों को हटाने की कार्रवाई शुरू की गई.
Dungarpur : राजस्थान के डूंगरपुर जिले में खाद्य सुरक्षा योजना में सरकारी कर्मचारियों की तरफ से गरीबों के हिस्से का राशन का गेंहू डकारने का मामला सामने आया है. खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने ऐसे एक हजार से अधिक कर्मचारियों की सूची डूंगरपुर रसद विभाग को भेजी है वही विभाग ने ऐसे लोगों के राशन कार्ड पोश मशीन में लॉक कर दिये हैं. इधर डूंगरपुर रसद विभाग गरीबों के हिस्से का गेंहू डकारने वाले कर्मचारियों से वसूली करेगा. इससे पहले भी साढ़े तीन हजार कर्मचारियों ने फर्जी तरीके से गरीबो का राशन उठाया था.
केंद्र सरकार की ओर से गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों के लिए खाद्य सुरक्षा योजना संचालित की जाती है. योजना में पात्र परिवारों को हर माह गेंहू दिया जाता है. इसके अलावा राजस्थान में चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में 10 लाख तक का निशुल्क बीमा भी होता है. डूंगरपुर जिले में वर्ष 2011 की सांख्यिकी आंकड़ों के अनुसार जिले में 14 लाख की जनसंख्या के मुकाबले 13 लाख खाद्य सुरक्षा से जुड़े हुए थे.
कोरोना की पहली लहर में निशुल्क गेंहू वितरण में कई वंचित पात्र लोगों ने अपात्र लोगों को हटाने की मांग सरकार से की थी. जिसके बाद राज्य सरकार की ओर से अपात्र लोगों को हटाने की कार्रवाई शुरू की गई. जिसमें सबसे पहले योजना का फर्जी तरीके से लाभ उठा रहे सरकारी कर्मचारियों को हटाने का काम शुरू किया गया.
पहला चरण वर्ष 2020 से शुरू हुआ. जिसमें 3 हजार 622 सरकारी कर्मचारी फर्जी तरीके से खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ उठा रहे थे. सरकारी कर्मचारियों की सूचि मिलने के बाद डूंगरपुर रसद विभाग ने इन कर्मचारियों से वसूली की कार्रवाई शुरू की. जिसमे अभी तक डूंगरपुर रसद विभाग 2 हजार 809 लोगों से 3 करोड़ 58 लाख 51 हजार 740 रुपए की वसूली कर चुका है. वही शेष कर्मचारियों ने अभी तक राशि जमा नहीं करवाई है.
साल 2022 में मिले 1002 सरकारी कर्मचारी
राज्य सरकार वर्ष 2022 में और भी सरकारी कर्मचारियों को हटाने की कार्रवाई शुरू की. जिसमे डूंगरपुर जिले में एक हजार 2 सरकारी कर्मचारियों के नाम सामने आये है, जो फर्जी तरीके से गरीबों के हिस्से का राशन डकार रहे थे. जयपुर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने डूंगरपुर रसद विभाग के इन कर्मचारियों की सूची भेज दी है. वही इन कार्मिको से भी वसूली के आदेश दिए है. वही इन कर्मचारियों के राशन कार्ड पोस मशीन में लोक कर दिए है.
आइये बताते है किस ब्लॉक में कितने कर्मचारियों ने उठाया राशन
ब्लॉक कर्मचारी संख्या
आसपुर 58
बिछीवाड़ा 142
चिखली 49
डूंगरपुर 237
गलियाकोट 96
साबला 53
सागवाडा 175
सीमलवाडा 192
कुल 1002
सूची आने के बाद वसूली की शुरू
इधर इस पूरे मामले में डूंगरपुर जिले के रसद अधिकारी ने बताया की जयपुर से फर्जी तरीके से राशन उठाने वाले सरकारी कार्मिकों की सूची मिलने के बाद डूंगरपुर रसद विभाग ने वसूली की कार्रवाई शुरू कर दी है. उन्होंने बताया की 1002 की सूची में से विभाग ने 33 सरकारी कार्मिकों से 6 लाख 74 हजार 436 रुपए की राशी वसूल ली है. वही शेष 969 सरकारी कर्मचारियों को भी नोटिस जारी किये गए है और राशी जमा करवाने के लिए निर्देशित किया गया है. अगर वे राशी नहीं लौटते है, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जायेगी.
बहराल जयपुर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग से मिले निर्देश पर रसद कार्यालय और एसडीओ के जरिए ये वसूली की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. वही सरकारी राशन उठाने वाले सरकारी कार्मिक खुद भी चालान के माध्यम से 27 रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से जमा करवाने में लग गए है. इधर रसद विभाग ने अनुचित तरीक़े से सरकारी राशन उठाने वाले सरकारी कार्मिको को खाद्य सुरक्षा योजना से हटा भी दिया गया है.
रिपोर्टर- अखिलेश शर्मा
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