Dungarpur news: राजस्थान डूंगरपुर जिले के खेमपुर गांव निवासी 67 वर्षीय पेमजी पाटीदार, 63 वर्षीय रामजी पाटीदार ओर गणेशपुर गांव के वागजी पाटीदार बताते हैं की दोनों गांव के बीच 200 साल पहले रिश्ते टूट गए थे. जबकि दोनों गांवों के बीच सिर्फ डेढ़ से 2 किमी की दूरी है. दोनों गांवों के खेत, खलिहान मिले हुए हैं, लेकिन उनके रिश्ते टूट चुके थे. दोनों गांवों में वागड़िया पाटीदार समाज के 250 से ज्यादा घर हैं.


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राजस्थान डूंगरपुर जिले गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि 200 साल पहले एक दूल्हे की शादी दूसरे गांव में हो रही थी. दूल्हा बारात लेकर गांव गया था.इधर प्राधिकरण के सचिव ने भी दोनों गांवों के इस फैसले को बेमिसाल बताते हुए कहा की ऐसा निर्णय कई गांवों के लिए एकजुट रहने का संदेश है.


 उस समय मजाक मस्ती में लोगों ने दूल्हे के बैठने के लिए एक खाट बनाया. उसी खाट पर बैठते ही खाट टूट गया. दूल्हे के सिर में लगा और मौत हो गई. इसके बाद से दोनों गांवों के बीच रिश्ता ऐसा टूटा की दोनों गांवों में किसी तरह की शादी ब्याह पर रोक लग गई.


आसपास गांव, एक ही समाज के होते हुए भी इस घटना के याद में दोनों गांव फिर नहीं मिले. एक दूसरे की रिश्तेदारी होते हुए भी उनके बीच शादी ब्याह का रिश्ता खत्म हो गया. सालों बीते गांवों के लोग एक होने लगे.


राजस्थान डूंगरपुर जिले में इसके बाद सालभर पहले दोनों गांवों के लोगो ने फिर एक होने के प्रयास शुरू किए. कई बार बातचीत के दौर चले, लेकिन सफलता नहीं मिली. अबकी बार गांव के बड़े बुजुर्गों व युवाओ ने मिलकर टूटे गांवों को मिलाने का बड़ा कदम उठाया. ग्रामीणों ने बताया की 200 साल बाद मिले रिश्ते अब कभी नहीं टूटेंगे. दोनों गांव के लोग मिल जुलकर रहेंगे. दोनों गांवों के बीच अब फिर से शादी ब्याह के रिश्ते हो सकेंगे और समाज एकजुट होगा.


गांवों के समझौते को जज ने बताया बेमिसाल
खेमपुर और गणेशपुर गांवों के समझौते को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव और जज कुलदीप सूत्रधार ने भी सराहना की ओर इस फैसले को बेमिसाल बताया. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से दोनों गांवो की सीमा पर उसी घर के पास एक बार फिर मिलन समारोह हुआ.


दोनों गांवो की महिलाओं ओर पुरुषो के साथ ही जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव एवं जज कुलदीप सूत्रधार, समाज कल्याण अधिकारी अशोक शर्मा, नायब तहसीलदार मोहनलाल उपाध्याय समेत कई लोगो की मौजूदगी में एकता का संकल्प लिया. 


राजस्थान डूंगरपुर जिले के दोनों गांवो की महिलाओं ओर पुरुषों ने एक- दूसरे को फूल माला पहनाई. सभी लोग गले मिले. वहीं, महिलाओं ने उनकी परंपरागत गीतों के साथ घूमर खेली. जज कुलदीप सूत्रधार ने कहा की दोनों गांवो के लोगों ने ऐतिहासिक फैसला लिया है, जिसे दूसरे लोगो ओर गांवों को एकजुटता की सीख मिलेगी.


बहराल राजस्थान डूंगरपुर जिले के दोवडा पंचायत समिति के गांव खेमपुर व गणेशपुर ने 200 पुरानी दुश्मनी को आपसी समझोते से दूर कर समाज के लिए एक मिसाल पेश की है. इसमें डूंगरपुर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की भी अहम भूमिका रही है. ऐसे में आवश्यकता है कि अन्य गांव, समाज व लोग खेमपुर व गणेशपुर गांव से प्रेरणा लेकर एकजुटता व प्रेम की सीख ले.


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