Dungarpur: मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल की प्रेरणा से मेडिकल स्टूडेंट्स ने अनूठी पहल की है. डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल की जिन दीवारों को लोगों ने पान और गुटके की पीक से बदरंग कर दिया था उन दीवारों को मेडिकल कालेज स्टूडेंट्स ने संदेशपुरक चित्रों से सजा दिया है. दीवारों पर बनाए गए स्वास्थ्य, पर्यावरण, स्वच्छता के संदेश लोगों को जागरूक कर रहे है.


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गुटखा खाने वालों ने बदरंग की दीवारें
डूंगरपुर जिला मुख्यालय पर मेडिकल कॉलेज के भवन को बने अभी कुछ साल ही बीते है. भवन में संचालित अस्पताल में मरीजों और उनके तीमारदारों की आवाजाही रहती है. डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ महेंद्र डामोर ने बताया अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीज और उनके परिजन दीवारों पर थूक कर उन्हें बदरंग और गंदा कर देते है. पान गुटखे से दीवारें लाल रंग की ओर खराब हो गई. बदरंग दीवारों को सुधारने के लिए तमाम प्रयास भी सफल नहीं हो सके.


गन्दगी से मेडिकल कॉलेज की रैंकिंग भी गिरी
गन्दगी और दीवारे गुटखे की पीक से सनी होने के कारण मेडिकल कॉलेज की रैंकिंग भी गिर रही थी.  इस पर डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ महेश पुकार की प्रेरणा से मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट्स ने बदरंग दीवारों को संवारने का बीड़ा उठाया. मेडिकल कॉलेज के 40 स्टूडेंट्स की ओर से सभी दीवारों पर पेंटिंग की गई है. पेंटिंग से दीवारों को रंग बिरंगा और आकर्षक बनाया गया है.


दीवारों पर अब थूकने की बजाय संदेश पढ़ रहे
स्टूडेंट्स ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सीढियों, गेलरी तथा वार्ड की दीवारों पर धुम्रपान निषेध, पर्यावरण संरक्षण और मौसमी बीमारियों से बचाव के तरीको को दर्शाते हुए चित्रकारी कर दी. पेंटिंग और संदेश से दीवारे जहा खूबसूरत नजर आ रही हैं. वहीं लोग भी इन दीवारों पर अब थूकने की बजाय उन पर लिखे संदेश पढ़ रहे है. इससे लोगों में स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता बढ़ रही है. इधर, अधीक्षक डॉ. डामोर ने अस्पताल में आने वाले लोगों से अपील की है कि वे धुम्रपान नहीं करे और अस्पताल को अपना घर समझ कर व्यवस्था में सहयोग करे.


Reporter-Akhilesh Sharma