Sagwara: डूंगरपुर जिले के ओबरी थाना क्षेत्र के अंबाडा मोरन नदी में रेत का टीला ढहने से उसके नीचे दबने से एक मजदूर की मौत हो गई. टीले के नीचे रेत निकालते समय ये हादसा हुआ है. 


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इधर पुलिस ने जेसीबी की मदद से काफी मशक्कत के बाद शव को बाहर निकाला. इधर स्थानीय ग्रामीणों ने मोरन नदी में बजरी खनन माफियाओं द्वारा जगह-जगह अवैध खनन कर नदी का स्वरुप बिगाड़ने का आरोप लगाया है. 


डूंगरपुर जिले के ओबरी थाने के थानाधिकारी अनिल देवल ने बताया की अंबाडा मोरन नदी के पास आज सुबह मनरेगा के श्रमिक काम कर रहे थे. इस दौरान उन्हें एक लड़के ने बताया कि कोई व्यक्ति मोरन नदी में बने एक रेत की टीले के नीचे रेत निकालने का काम कर रहा था. 


वहीं, अचानक रेत का टीला ढह गया और वह व्यक्ति उसके नीचे दब गया है. लड़के की सूचना पर सभी मनरेगा श्रमिक मौके पर पहुंचे तो देखा की एक व्यक्ति मलबे में दबा हुआ था, जिसकी मौत हो चुकी थी. इस पर लोगों ने मामले की सूचना ओबरी थाना पुलिस को दी. सूचना पर ओबरी थानाधिकारी अनिल देवल अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे. 


पुलिस ने मौके पर मौजूद लोगो से घटना की जानकारी ली. इसके बाद पुलिस ने जेसीबी मशीन को मौके पर बुलवाया और शव को निकालने के प्रयास शुरू किए. इधर काफी मशक्कत के बाद मलबे के नीचे शव को बाहर निकाला जा सका. 


शव को निकालने के बाद पुलिस ने शव की शिनाख्तगी के प्रयास शुरू किए. पुलिस ने मृतक की पहचान खड़गदा निवासी बापू हाजिया डिन्डोर के रूप में की, जिस पर पुलिस ने घटना की जानकारी मृतक के परिजनों को दी. सूचना पर परिजन मौके पर पहुंचे. 


परिजनों ने बताया कि बापू मजदूरी का काम करता है. बापू शुक्रवार से घर से निकला हुआ था. उसके बाद से घर नहीं आया था. पुलिस ने शव को मौके से उठवाकर सागवाड़ा अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है. वहीं, पुलिस मामले की जांच में जुटी है. इधर स्थानीय ग्रामीणों ने बजरी खनन माफियाओं पर बजरी के लिए मोरन नदी में जगह-जगह अवैध खनन कर बड़े-बड़े खड्ढे करने और नदी का स्वरूप बिगाड़ने के आरोप लगाए हैं. 


Reporter- Akhilesh Sharma


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