हनुमानगढ़: जिले के किसानों की गेंहू की फसल खरीद नहीं होने से किसान आक्रोशित नजर आ रहे हैं. किसानों ने आज कलक्ट्रेट पहुंच जिला कलक्टर नथमल डिडेल से मुलाकात कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा जिसमे मांग की गयी कि गेंहू की खरीद की जाए ताकि किसानों पर आर्थिक संकट आने से बचाया जा सके. किसान सुभाष गोदारा ने कहा कि नहर पानी की बंधी तीन माह से अधिक समय से चली आ रही थी. नहरबंदी के दौरान क्षेत्र के किसान भाइयों द्वारा महेंगे डीजल व महंगी बिजली दरों के बावजूद नरमा की फसल की बिजाई की गई है. जिसके लिए किसान भाइयों ने कर्ज लिया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

 वहीं, किसान संदीप ने कहा कि किसान भाइयों की गेहूं की फसल जो कि स्टॉक के रूप में नरमा की बिजाई के समय रखी थी कि बाद में विक्रय कर नरमा बिजाई हेतु लगा खर्च को पूरा किया जायेगा "पर राज्य सरकार की गलत नीतियों के कारण केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा किसान भाइयों की अनदेखी करते हुए FCI द्वारा किसानों का गेहूं फसल को तरह- तरह के बहाने बना कर खरीद पर रोक लगाई जा रही है. जो कि किसानों के साथ छल किया जा रहा है. 


किसानो ने कहा कि जबकि पड़ोसी राज्य पंजाब-हरियाणा में गेहूं के दाने की 16 प्रतिशत से 18 प्रतिशत मृत होने के बावजूद भी बिना किसी बहाने के खरीद की जा रही है. FCI द्वारा गेहूं खरीद नहीं करने के कारण किसानों की आर्थिक स्थिति खराब हो रही है. किसान कर्जमुक्त नहीं हो रहे हैं. किसान नेता बोले कि हमने जिला कलक्टर को ज्ञापन प्रस्तुत कर निवेदन किया है कि सरकार तक हमारी मांगे पहुंचाकर किसानों की समस्याओं को गंभीरता से लेकर तुरंत प्रभाव से FCI को निर्देश जारी किया जाये कि किसानों की गेहूं की खरीद कर भुगतान शीघ्र अति शीघ्र करें. ताकि किसानों को सम्बल मिल सके.


रिपोर्टर-  मनीष शर्मा