हनुमानगढ़ में बंदियों के अधिकारों और नशा मुक्ति हेतु खास शिविर आयोजित, किया जागरूक
हनुमानगढ़ में राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर के निर्देश पर सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश) संदीप कौर के निर्देशन में डॉ ओ. पी. सोलंकी द्वारा जिला कारागृह में बंदियों के उतम स्वास्थ्य हेतु नशा मुक्ति चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया.
Hanumangarh News: कैदियों के अच्छे स्वास्थ्य और नशे से दूर के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य को लेकर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जिला जेल में नशा मुक्ति चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया.
राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर के निर्देश पर सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश) संदीप कौर के निर्देशन में डॉ ओ. पी. सोलंकी द्वारा जिला कारागृह में बंदियों के उतम स्वास्थ्य हेतु नशा मुक्ति चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया.
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शिविर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव संदीप कौर ने बताया कि कारागृह में बंदियों को सामान्य से अधिक तनाव रहता है, जिसका दुष्प्रभाव उनके शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य पर पडता है. इसके लिए बंदियों को नशा मुक्ति हेतु परामर्श और योग की आवश्यकता होती है. शिविर में बंदियों को नशा छोड़ने के उपायों से अवगत कराते हुए बताया कि आप अपनी दिनचर्या को व्यस्त करने के लिए खाली समय में किताबें पढे, मेडिटेशन करें, भगवान को याद कीजिए, जिससे आप खुद को व्यस्त रख सकें ताकि खुद को नशे से दूर रख कर आप मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेंगें. शिविर में कैदियों को प्रेरित करते हुए प्राधिकरण सचिव ने कहा कि आप अपना भला और बुरा खुद ही करते है, इंसान खुद का दुश्मन भी सबसे बड़ा होता है और दोस्त भी. कोई भी इंसान अपनी दृढ इच्छा शक्ति से नशे की लत को छोड कर जीवन में सुधार ला सकता है.
नशा छोड़ने के बताए फायदे
शिविर में मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ ओ. पी. सोलंकी ने बंदियों को बताया कि दिनचर्या को नियमित रखते हुए, खुद को व्यस्त रख अपनी भावनाओं और दिमाग पर नियंत्रण कर नशे से खुद को दूर किया जा सकता है. नशा छोड़ने से व्यक्ति का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होता है.
Reporter- Manish Sharma
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