आतंकी हमले में मारे गए विजय बेनीवाल की नम आंखों से विदाई, 4 महीने पहले बजी थी शहनाई
Kashmir Target Killings: कश्मीर में आतंकियों के हमले में मारे गए हनुमानगढ़ जिले के निवासी विजय बेनीवाल का आज उनके पैतृक गांव भगवान में अंतिम संस्कार कर दिया गया. मृतक विजय का शव आज सुबह कश्मीर से भगवान गांव पहुंचा, जिसके बाद गांव के श्मशान घाट पर गमगीन माहौल में विजय का अंतिम संस्कार हुआ.
Nohar: कश्मीर में आतंकियों के हमले में मारे गए हनुमानगढ़ जिले के निवासी विजय बेनीवाल का आज उनके पैतृक गांव भगवान में अंतिम संस्कार कर दिया गया. मृतक विजय का शव आज सुबह कश्मीर से भगवान गांव पहुंचा, जिसके बाद गांव के श्मशान घाट पर गमगीन माहौल में विजय का अंतिम संस्कार हुआ.
इस दौरान परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया. क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों और नागरिकों ने सैंकड़ों ग्रामीणों के साथ विजय को अंतिम विदाई दी. वहीं कश्मीर में लगातार गैर कश्मीरियों की हत्या पर आक्रोश जताते हुए सरकार से आतंकियों पर सख्त कार्रवाई की मांग भी रखी. विजय के साथ आए अन्य बैंक कर्मचारियों ने भी कश्मीर में भय के माहौल को लेकर चिंता जाहिर करते हुए केंद्र सरकार से उन्हें कश्मीर से बाहर स्थानांतरित कर सुरक्षा देने के मांग की.
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उन्होंने कहा कि कश्मीर के बैंको में बाहर के लगभग 300 से अधिक कर्मचारी कार्यरत है और कश्मीर में लगातार बढ़ रही टारगेट किलिंग से भय का माहौल बना हुआ है तो वहीं बैंकों में सुरक्षा व्यवस्था भी नहीं है. अन्य प्रदेशों के कर्मचारी आज के माहौल में शायद छुट्टी लेकर चले जाए, लेकिन ये कोई स्थाई समाधान नहीं है. सरकार प्रवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करें. पिछले 4-5 साल से वो नौकरी कर रहे हैं. कश्मीर का माहौल अच्छा था, लेकिन एकाएक स्थितियां बहुत खराब हो गई है. केंद्र सरकार की ओर से दी जा रही 1 लाख की सहायता राशि को लेकर भी सवाल उठाते हुए कहा कि हमारी जान की कीमत पर मिले 1 लाख के चेक से क्या हमारे परिवार सब्र कर पाएंगे.
वहीं नोहर पंचायत समिति प्रधान सोहन ढील ने कहा कि कश्मीर में हुए आतंकी हमले में जिले के लाल विजय की मौत से पूरा जिला स्तब्ध है. इस परिवार के दुख का अंदाज लगाना भी किसी के बूते की बात नहीं है. 4 महीने पहले शादी के बाद अभी तक विजय के पैरों के नाखून पर मेंहदी के निशान भी नहीं सूखे थे कि आतंकी हमले में उसकी जान चली गई.
वहीं कश्मीर में हो रहे टारगेट किलिंग पर ढील ने केंद्र के धारा 370 हटाने के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि पहले भाजपा कश्मीर में नियंत्रण में 370 को सबसे बड़ा रोड़ा मानती थी, आज वहां 370 हटा कर राष्ट्रपति शासन लागू है तो वहां ऐसे क्या कारण है कि लगातार निर्दोष लोग ऐसी आतंकी घटनाओं में अपनी जान गंवाने को मजबूर है. देश के हर सूबे के अंदर अशांति का माहौल है. अगले साल होने वाले आम चुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि 2019 के चुनाव से पहले पुलवामा हमला हुआ, आज फिर उसी सूबे में फिर से वैसा ही माहौल बनाया जा रहा है. उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की सरकारी तंत्र को मजबूत कर शांति व्यवस्था बहाली की जानी चाहिए.
Reporter- Manish Sharma