बूस्टर डोज रजिस्ट्रेशन टीम का भेष धर पकड़ी 13 साल से फरार ठगी की आरोपी
75 लाख की ठगी के मामले में फरार थी आरोपी महिला, गिरफ्तारी से बचने के लिए थोड़े-थोड़े समय पर बदल लेती थी किराए का मकान
Hanumangarh: हनुमानगढ़ टाउन पुलिस ने 13 वर्ष से 75.55 लाख की ठगी के मामले में फरार आरोपी रेखा चूड़ावत को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पुलिस टीम ने तीन दिन तक भेष बदलकर कोविड बूस्टर डोज रजिस्ट्रेशन की टीम के रूप में डोर टू डोर सर्वे कर इलाके की रेकी करने के बाद सफलता हासिल की. आरोपी महिला की तलाश में उदयपुर गई पुलिस टीम के पास पुख्ता एड्रेस ना होने के चलते पुलिस टीम को डोर टू डोर सर्वे के नाम पर इलाके की रेकी करने के बाद महिला की पहचान कर हनुमानगढ़ लाकर गिरफ्तार किया गया.
टाउन थाने में दर्ज मामले में पंकज कोहली निवासी पंचकुला हरियाणा हाल कलस्टर मैनेजर आईसीआईसीआई बैंक ने 13 फरवरी 2009 को टाउन थाने में मामला दर्ज कराया था. कलस्टर मैनेजर ने पुलिस को रिपोर्ट दी थी कि जगदीश हर्ष निवासी जवाहनगर बीकानेर विवेक शर्मा ब्रांच मैनेजर आईसीआईसीआई बैंक शाखा धानमण्डी टाउन व सुबोध शर्मा ने मिलकर साजिशपूर्वक धोखाधड़ी कर 75 लाख 55 हजार रुपए का गबन कर लिया.
पुलिस ने संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर विवेक शर्मा व जगदीश हर्ष को पहले ही गिरफ्तार कर लिया. मगर आरोपिया रेखा चूड़ावत (39) पुत्री ओमप्रकाश चूड़ावत पत्नी चन्द्रभानसिंह राजावत निवासी एफ 31 रामपथ, श्यामनगर सोडाला जयपुर हाल किराएदार मकान थावरचन्द जैन शांति नगर थाना हिरणमगरी उदयपुर फरार हो गई थी. तब से पुलिस उसकी तलाश में थी. पीएचक्यू की ओर से वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत टाउन थाना प्रभारी दिनेश सारण के नेतृत्व में टीम गठित की गई.
टीम ने मानवीय व तकनीकी आसूचना से आरोपिया रेखा के वर्तमान मोबाइल फोन नम्बर का पता लगाया. इसके बाद उसके वर्तमान निवास का पता लगाकर उसकी गिरफ्तारी का प्लान बनाया गया. उदयपुर में आरोपियों के होने की जानकारी पुख्ता होने के बाद पुलिस टीम ने बुस्टर डोज रजिस्ट्रेशन टीम का भेष बनाया. फिर मोबाइल फोन लोकेशन के आधार पर उदयपुर शहर के सेक्टर तीन, शांतिनगर मोहल्ले को चिह्नित किया. इसके बाद सभी घरों में डोर टू डोर बुस्टर डोज रजिस्ट्रेशन टीम बनकर रैकी की.
तब जाकर पुलिस टीम को कामयाबी हासिल हुई. शांतिनगर मोहल्ले में किराए पर रह रही रेखा चूड़ावत की पहचान कर उसे दस्तयाब कर टाउन थाने लाया गया. अनुसंधान के बाद उसे शनिवार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर तीन दिन का पुलिस रिमांड मंजूर करवाया. पुलिस टीम में गायत्री देवी सउनि, नरेश कुमार हेड कॉन्स्टेबल (साइबर एक्सपर्ट), पुरुषोत्तम हेड कॉन्स्टेबल व सन्दीप कुमार कॉन्स्टेबल शामिल रहे.
ऐसे संभव हुई 13 साल बाद गिरफ्तारी
टाउन थाना प्रभारी दिनेश सारण ने बताया कि एएसआई गायत्री देवी के नेतृत्व में 4 सदस्यीय टीम उदयपुर महिला की तलाश में गई थी. पुलिस टीम में शामिल एएसआई के अलावा हवलदार पुरुषोत्तम पचार, नरेश बिश्नोई (साइबर एक्सपर्ट) और कॉन्स्टेबल संदीप कुमार स्वास्थ्य कर्मियों के लिबास में कोविड बूस्टर डोज रजिस्ट्रेशन के भेष में तीन दिन तक संभावित इलाके में सर्वे के नाम पर रेकी कर महिला की तलाश में जुटे रहे.
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पहले दो दिन के अथक प्रयासों के बाद तीसरे दिन आपेक्षित सफलता हासिल होती नजर आई. जब आरोपी महिला के घर टीम पहुंची. महिला की पहचान कन्फर्म कर टीम ने आरोपी महिला को दस्तयाब कर हनुमानगढ़ लेकर आई. आरोपिया के दस्तावेज जयपुर निवासी होने के तथा उसके पति ने उदयपुर के कई स्थानों के दस्तावेज बना रखे हैं. गिरफ्तारी से बचने के लिए थोड़े-थोड़े समय पर मकान बदल कर किराए पर रह रही थी.
Report- Manish Sharma