बाल गोपाल योजनाः दूध पीने से सरकारी स्कूल के 26 बच्चे पहुंचे अस्पताल, DM ने दिए जांच के आदेश
Bal Gopal Yojana: हनुमानगढ़ टाउन के सरकारी स्कूल में राज्य सरकार की तरफ से चलाई जा रही बाल गोपाल योजना के तहत बांटे गए दूध को पीने से 26 बच्चियों की तबियत बिगड़ गई.
Bal Gopal Yojana: मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत हनुमानगढ़ टाउन के सेठ राधा किशन बिहानी राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में दूध पीने से 26 विद्यार्थियों की तबीयत बिगड़ गई. बाल गोपाल योजना के आरंभ के बाद से शुक्रवार को पहली बार बांटे गए दूध को पीने से बच्चियों ने घबराहट, सिरदर्द और उल्टी होने की शिकायत की जिसके बाद उच्चाधिकारियों को सूचित कर, बच्चियों को तुरंत जिला चिकित्सालय के ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया गया जहां उनका उपचार चल रहा है.
वहीं इस घटना से जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया. घटना की सूचना मिलने के बाद अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रतिभा देवठिया, पुलिस अधीक्षक अजय सिंह राठौड़, ओबीसी वित एवं विकास आयोग चेयरमैन पवन गोदारा, उपखंड अधिकारी डॉ. अवि गर्ग, भाजपा नेता अमित सहु, पीएमओ डॉ. मुकेश पोटलिया, टाउन थाना प्रभारी शालू विश्नोई, शिक्षा विभाग के अधिकारी तुरंत जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर पहुंचे और बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी ली.
बड़ी बात यह है कि हनुमानगढ़ जिले में मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना का शुभारंभ इसी स्कूल से कलेक्टर रुक्मणि रियार ने किया था और शुभारंभ के बाद आज पहली बार ही बच्चियों को दूध पिलाया गया था और पहली बार ही मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना में बच्चियों को दूध पिलाते ही उनकी तबीयत बिगड़ गई.
घटना के बाद शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारी भी चिकित्सालय पहुंचे और बच्चियों से मुलाकात की. वहीं जिला चिकित्सालय से नर्सिंग स्टाफ ने भी स्कूल जाकर अन्य बच्चियों के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली.
वहीं घटना की सूचना मिलने पर ओबीसी वित एवं विकास आयोग चेयरमैन पवन गोदारा भी जिला अस्पताल पहुंचे और बीमार बच्चों से मिल कर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली. राज्यमंत्री गोदारा ने बताया कि बच्चियों की हालत अब बिल्कुल ठीक है। घटना के कारणों की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाएगी। जांच में कोई भी दोषी पाया जाता है तो उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.
वहीं, बच्चों के लिए शुरू की गई सरकारी योजनाओं में सरकार की संवेदनशीलता के सवाल के जवाब में गोदारा बोले कि सरकार बेहद संवेदनशील है, लंबे समय से गुर्जर समाज अपनी कई मांगों को लेकर आंदोलनरत था जिसका कल वार्ता के बाद समाधान राज्य सरकार ने कर दिया है. वहीं इन्हीं मांगो को लेकर पूर्ववर्ती सरकार ने मांग के बदले गोलियों का सहारा लिया जिसमें 72 गुर्जर मारे गए. तो राज्य की कांग्रेस सरकार आमजन के हर तबके के लिए बेहद संवेदनशील है. आज जो घटना हुई है उसकी पूरी जांच करवाकर जो भी दोषी मिला उस पर कठोर कार्रवाही की जाएगी.
वहीं घटना की सूचना पर भाजपा नेता अमित साहू भी जिला अस्पताल पहुंचे और बीमार बच्चियों और उनके परिजनों से बात कर स्वास्थ्य जाना. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए भाजपा नेता अमित साहू ने कहा कि सरकारी योजना का दूध पीने के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ने का मामला गंभीर है. जिसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृति ना हो. ये कोई राजनीति का विषय नहीं है लेकिन सब की जिम्मेदारी है कि बच्चों के मामले में सावधानी बरती जानी चाहिए ताकि बच्चों के स्वास्थ्य के साथ किसी तरह का खिलवाड़ ना हो, सरकार से यही उम्मीद और आशा करता हूं कि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृति ना हो.
Reporter: Manish Sharma