संगरिया में साधु चेतनदास की हत्या, कुटिया के बाहर मिला शव
भाखरावाली में साधु चेतनदास करीब 25 सालों से गांव में कुटिया बनाकर रहता था और कल सुबह साधु चेतनदास का शव कुटिया के बाहर पड़ा मिला.
Sangaria: हनुमानगढ़ की संगरिया विधानसभा क्षेत्र के भाखरावाली गांव में कल साधु चेतनदास की हत्या के मामले में आज दूसरे दिन भी संगरिया पुलिस के हाथ खाली हैं और पुलिस अभी तक हत्या के कारणों और हत्यारों दोनों का ही पता नहीं लगा पाई है.
संगरिया पुलिस के अनुसार, भाखरावाली में साधु चेतनदास करीब 25 सालों से गांव में कुटिया बनाकर रहता था और कल सुबह साधु चेतनदास का शव कुटिया के बाहर पड़ा मिला. चेतनदास पर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा धारदार हथियारों से वार किए गए थे.
ग्रामीणों के अनुसार, साधु चेतनदास पंजाब का निवासी था और करीब 25 सालों से यहां कुटिया बनाकर रह रहा था और ग्रामीण ही साधु को कुटिया में खाना दे जाते थे, लेकिन कल सुबह जब ग्रामीणों ने साधु का शव कुटिया के गेट पर पड़ा हुआ देखा तो इसकी सूचना संगरिया पुलिस को दी.
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक डॉ अजय सिंह राठौड़, संगरिया डीएसपी प्रतीक मील और संगरिया थाना अधिकारी हनुमाना राम बिश्नोई मौके पर पहुंचे और जांच की मगर घटना के आज दूसरे दिन भी पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई और न ही हत्यारों का कोई सुराग लगा.
हालांकि पुलिस का कहना है कि कई लोग शक के दायरे में है जिनकी धरपकड़ के लिए कई पुलिस टीम लगातार तलाश में जुटी हुई है. मृतक साधु के दोहिते श्रीगंगानगर निवासी रवि शंकर शर्मा ने संगरिया पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया है और उसने बताया कि मेरे नाना गांव भाखरावाली में पिछले 25-30 वर्षों से गांव में रहकर पूजा-पाठ कर लोगों की सेवा करते थे.
वह अपना संगतमय जीवन शांतिपूर्ण व्यतीत कर रहे थे. परिवादी के नाना को किसी ने धारदार हथियार से गला रेत कर मार डाला. मृतक के दोहिता ने गांव के कुछ आदमियों पर शक होने की बात भी कही है.
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