Hanumangarh : हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय के जंक्शन में आर्थिक रूप से कमजोर और बेसहारा बच्चों के लिए पाठशाला की शुरुआत की गई. जिला कलक्टर नथमल डिडेल, नगरपरिषद सभापति गणेश राज बंसल और बाल कल्याण समिति अध्यक्ष जितेंद्र गोयल की तरफ से पाठशाला का लोकार्पण किया गया. ये पाठशाला बाल कल्याण समिति हनुमानगढ़ और मन की उड़ान के सयुंक्त तत्वाधान में संचालित की जाएगी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जिला कलक्टर नथमल डिडेल ने इस नवाचार के लिए बाल कल्याण समिति और मन की उड़ान की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे नवाचार शुरू करने में बहुत मेहनत और ऊर्जा की जरूरत होती है. इसे धरातल पर उतारना बहुत बड़ी बात होती है. सराहनीय है कि यह कार्य बाल कल्याण समिति और मन की उड़ान ने करके दिखाया है. रावतसर में भी इन्होंने पाठशाला खोली है, जिसका शुभारंभ करने के बाद अवलोकन करने के बात भी जिला कलेक्टर ने अपने संबोधन में कही.


जिला कलक्टर डिडेल बोले कि समिति की तरफ से वंचित वर्ग के बच्चों को शिक्षा से जोड़कर मुख्यधारा में लाया जा रहा है. इससे बच्चों में नई ऊर्जा का संचार होगा और बच्चे नशे, बालश्रम, भिक्षा वृति से दूर होकर संस्कारी बनेंगे. प्रदेश के मुख्यमंत्री का भी सपना है कि बच्चों को ज्यादा से ज्यादा शिक्षा से जोड़ा जाए. उसको लेकर हनुमानगढ़ जिले में अच्छा कार्य हो रहा है. इस मौके पर शिक्षा से जुड़े बच्चो को जिला कलक्टर नथमल डिडेल, सभापति गणेश राज बंसल और बाल कल्याण समिति अध्यक्ष जितेंद्र गोयल ने पाठ्य सामग्री, बैग, और शूज पहनाए.


बाल कल्याण समिति अध्यक्ष जितेंद्र गोयल ने कहा कि जिला कलक्टर नथमल डिडेल का उन्हें बहुत सहयोग मिलता है. जिससे हम लोग पूरी ऊर्जा से कार्य करते हुए लगभग 500 बच्चों को जिले में ईंट भट्टों और ऐसी पाठशाला खोलकर वंचित वर्ग और शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षा से जोड़कर उन्हें मुख्यधारा में लाने का कार्य कर रहे हैं. ऐसे ही जिला प्रशासन का सहयोग मिलता रहा तो हनुमानगढ़ जिले को बालश्रम और भिक्षावृत्ति मुक्त कर देंगे और बच्चों के जीवनस्तर में भी बदलाव ला देंगे.


मन की उड़ान के अध्यक्ष संदीप कालेरा ने कहा कि हम बच्चों को शिक्षा के साथ साथ इनडोर गेम भी सिखाएंगे. इस पाठशाला के खुलने से सुरेशिया में बच्चो में नशे पर अंकुश लगेगा और बच्चे शिक्षा की ओर प्रेरित होंगे बच्चो में शिक्षा पाने के लिए उत्साह देखा जा रहा है. रावतसर में भी हमने और बाल कल्याण समिति अध्यक्ष जितेंद्र गोयल के सहयोग से 80 बच्चों को भिक्षावृत्ति और बालश्रम से मुक्त कर शिक्षा से जोड़ने का काम किया है.  सुरेशिया में अब तक लगभग 50 से अधिक बच्चे शिक्षा लेने के लिए तैयार हो गए है.


सभापति गणेश राज बंसल ने कहा कि जिला कलक्टर ने जब मुझसे सुरेशिया में एक संस्कारित पाठशाला खोलना की चर्चा की तो मुझे बहुत खुशी हुई और मैने पूरे नगरपरिषद की टीम को सहयोग में लगा सामुदायिक भवन को 7 दिन में तैयार करवा दिया और भविष्य में जब भी बाल कल्याण समिति और जिला प्रशासन को नगरपरिषद से बच्चों की शिक्षा से संबंधित कोई भी काम होगा होगा, हम हमेशा सहयोग के लिए तैयार मिलेंगे. बाल कल्याण समिति का बहुत ही सरहानीय कार्य है. अंतिम पंक्ति के बच्चों को शिक्षा से जोड़कर मुख्यधारा में लाया जा रहा है. बाल कल्याण समिति सदस्य प्रेमचंद शर्मा ने कहा कि हमारी सीडब्ल्यूसी टीम बच्चों के बचपन बचाने में दिन रात लगी हुई है.


रिपोर्टर- मनीष शर्मा


अपने जिले की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें