यहां 7 वर्षीय बेटे के साथ सो रहे दंपती पर तस्करों ने बाल्टी से कमरे में फेंका पेट्रोल, मासूम की जलने से हुई मौत, मां गंभीर रूप से घायल
Hanumangarh News: हनुमानगढ़ से मानवता को शर्मशार करने वाला एक मामला सामने आया है, जहां नशा तस्करों ने सात वर्षीय मासूम के साथ सो रहे दंपती पर पेट्रोल फेंक दिया. पुलिस ने इस मामले का खुलासा किया है. पुलिस ने बताया है कि पीड़ित दंपती पंजाब से हैं. पैसे के लेनदेन को लेकर विवाद का होना बताया जा रहा है.
Hanumangarh News: हनुमानगढ़ जिले के पीलीबंगा में गुरुवार को मानवता को झकझोर देने वाला एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें अपने 7 वर्षीय पुत्र के साथ सो रहे दंपती पर पेट्रोल फेंक कर जिंदा जला दिया था, इलाज के दौरान बीकानेर में 7 वर्षीय बेटे ने दम तोड़ दिया. तो वहीं, महिला मनप्रीत का गंभीर हालत में अभी भी इलाज जारी है.
गुरुवार देर शाम को जिला पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि पंजाब निवासी पिता-पुत्र नशा तस्करों के साथ किसी पैसे के विवाद को लेकर तस्करों ने बाल्टी से कमरे में पेट्रोल फेंक कर आग लगाने की घटना को अंजाम दिया था.
घटना की सूचना मिलते ही पीलीबंगा पुलिस ने घटना की जानकारी लेकर इलाके में नाकाबंदी करवाई और उच्चाधिकारियों को सूचना दी जिस पर पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अजय सिंह राठौड़ भी पीलीबंगा पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया जिसके बाद परिजनों और आसपास के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कई लोगों को कुछ ही देर में राउंडअप किया गया. वहीं, गुरुवार शाम होते-होते आरोपित पिता पुत्र को पंजाब से बा पर्दा गिरफ्तार कर लिया गया.
परिजन जगवीर ने बताया कि जसवीर दास उर्फ मदी, पत्नी मनप्रीत कौर (33) व 7 वर्षीय एकमजोत कमरे में सो रहे थे, तभी उन पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई. आग लगने से कमरे में पड़े बेड, सोफा सेट, एलईडी सहित सारा सामान जल गया.
वहीं, कमरे में सोए तीनों जने झुलस गए. गंभीर अवस्था में मनप्रीत कौर और उसके बेटे को बीकानेर रेफर किया जहां एकमजोत की मौत हो गई जबकि बच्चे की मां की हालत नाजुक बनी हुई है. पुलिस ने इस संबंध में हत्या सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.
उपचाराधीन पीड़ित जसवीर ने बताया कि करीब एक वर्ष पहले मैं चिट्टा-हेरोइन का सेवन करता था. अबोहर के पिता पुत्र तस्कर से मोबाइल पर बात करता था जिनके नाम-पता उसे मालूम नहीं है, वह दोनों चिट्टा सप्लाई देने मेरे घर पर आते थे.
18 जनवरी की रात मैं अपने घर के बाहर गली में खड़ा था. तब बाइक सवार बाप-बेटा गली में आए और किसी को चिट्टा दे रहे थे तो मैंने उन दोनों को हमारी गली में चिट्टा बेचने से मना किया, तो दोनों वहां से भाग गए.
जाते समय मुझे देख लेने की धमकी दी. इसी बात पर लेकर हाथापाई हुई. मैने उनसे चिट्टा छीनकर नाली में फेंक दिया, जो 30 से 35 ग्राम था. उसके बाद मैं, मेरी पत्नी मनप्रीत व बेटा एकम तीनों घर के बाहर बने कमरे में सो रहे थे.
गुरुवार सुबह करीब 5 से 5.30 बजे मैं कमरे से उठकर टॉयलेट गया था, और फिर वापस आकर सो गया. थोड़ी देर बाद अचानक से कमरे में आग लग गई. इतने में गली में एंबुलेंस आ गई और हमें सीएचसी पीलीबंगा में भर्ती करवाया जहां पत्नी व बेटे को हालत गंभीर होने पर रेफर कर दिया. पीड़ित ने शक जताया था कि जान से मारने की नीयत से पंजाब वाले बाप-बेटों ने मिलकर कमरे के गेट के नीचे से पेट्रोल डालकर आग लगा दी.
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने परिवादी दी और उसकी और जिन लोगों पर आशंका जताई गई उनके मोबाइल नंबर लेकर लोकेशन और तकनीकी विशेषज्ञों की टीम के साथ पुलिस टीम पंजाब रवाना की गई. घटना के 6 घंटे बाद पुलिस ने अबोहर से शारज सिंह उर्फ गोरा (27) मजबीसिख झेोरडखेड़ा थाना बहाववाला अबोहर हाल किराएदार ढाणी चिराग अबोहर सिटी-1 एवं उसके पिता बाज सिंह को बापर्दा गिरफ्तार किया.
पुलिस के अनुसार घटना में बापर्दा गिरफ्तार किए गए आरोपित पिता-पुत्र ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि जसवीर दास के साथ उनका चिट्ट के हिसाब किताब था, जिसको लेकर जसवीर दास ने पैसे देने से इंकर कर दिया था. जिसकी रंजिश के चलते उन्होंने पेट्रोल पंप से बाइक में पेट्रोल भरवा कर बाद में बाइक से पेट्रोल पार्टी में डालकर कमरे में फेंक कर लाइटर से आग लगा दी.
सूबे मुख्यमंत्री के दौरे से ठीक है 1 दिन पहले नशे के हिसाब किताब को लेकर हुए इस हत्याकांड ने जहां क्षेत्र में सनसनी फैला दी, वही नशा लगातार युवाओं को अपने चंगुल में लेता जा रहा है. इस पूरे अमानवीय घटनाक्रम ने पुलिस के उन तमाम दावों की पोल खोल कर रख दी जिनमें जिला पुलिस लगातार नशे पर कार्रवाईयों कर नशे पर रोक लगाने के दावे कर अपनी पीठ थपथपा रही है.