Jaipur: राजधानी में बढ़ती ऑनलाइन ठगी (online fraudsters) की वारदातों को लेकर जयपुर पुलिस कमिश्नरेट को बड़ी सफलता मिली है. शहर की बगरू थाना (bagru police station) पुलिस ने कार्रवाई को अंजाम देकर दो शातिर साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है. ये ठग 200 से अधिक वारदातें कर करीब एक करोड़ रूपए की ठगी कर चुके हैं. 


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ऑनलाइन ठगी की वारदातें राजस्थान पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गई है. कभी ओटीपी लेकर लोगों के खातों से पैसे उड़ाने वाले , कभी पेमेंट ऐप से चूना लगाने वाले या फिर एटीएम कार्ड बदलकर शातिर ठग हर रोज ठगी का नया तरीका ईजाद कर रहे है. इस बार पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो लोगों के एटीएम कार्ड बदलकर खातों से पैसा निकाल लेता था. पुलिस ने इस गिरोह के मास्टर माइंड साकिब और विक्रम को गिरफ्तार किया है. कार्रवाई के दौरान पुलिस ने इन बदमाशों से विभिन्न बैंकों के 103 एटीएम कार्ड, तीन स्वैप मशीनें और एक कार के साथ ही नकदी भी बरामद की है. पुलिस गिरफ्त में आए इन बदमाशों ने अब तक करीब 200 से अधिक ठगी की वारदातों को अंजाम देकर करीक एक करोड़ रूपए की ठगी करना कबूला है.


पुलिस की मानें तो एटीएम कार्ड (ATM Card) बदलकर ठगी करने वाले एक पीड़ित की रिपोर्ट पर पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया तो इन बदमाशों तक पहुंच गई. ये बदमाश वारदात के लिए एटीएम पर पहुंचते हैं और वहां कम पढ़े लिखे लोगों को मशीन से पैसा निकलवाने का झांसा देकर उनका एटीएम कार्ड बदलकर पिन नंबर जान लेते हैं. कार्ड बदलने के कुछ देर बाद ही किसी दूसरे एटीएम से अधिकतम राशि निकाल लेते हैं या स्वैप मशीन से कार्ड स्वैप कर राशि ट्रांसफर कर लेते हैं. प्रारंभिक जांच में सामने आया कि इन बदमाशों ने हरियाणा निवासी मेजर मेव से स्वैप मशीनें किराए पर ली थी. ये मशीनें फर्जी दस्तावेजों से एक्टिव की गई थी. इसके बदले मेजर मेव ठगी की रकम का 20 फीसदी हिस्सा लेता था.