जयपुर में राजस्थान ललित कला अकादमी और JKK की सहभागिता से होगा 23वां कला मेला आयोजत
Jaipur: जवाहर कला केंद्र के शिल्पग्राम में 23 वें कला मेला आयोजित किया जा रहा है. यह कला मेला राजस्थान ललित कला अकादमी और जेकेके की सहभागिता से आयोजित हो रहा है. इस मेले का मुख्य उद्देश्य कला और कलाकार को बढ़ावा देना है.
Jaipur: जवाहर कला केंद्र के शिल्पग्राम में 23 वें कला मेला आयोजित किया जा रहा है. यह कला मेला राजस्थान ललित कला अकादमी और जेकेके की सहभागिता से आयोजित हो रहा है. इस मेले का मुख्य उद्देश्य कला और कलाकार को बढ़ावा देना है. कला मेले में देशभर के नेशनल आर्टिस्ट अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं. इन आर्टिस्ट का कहना है कि ऐसे मिले आयोजित करने से आज के युवाओं को काफी मदद मिलती है.
एक ही छत के नीचे युवा और नेशनल आर्टिस्ट अपनी कला के माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षण दे रहे हैं, जिससे युवा कलाकार आगे बढ़े और उनकी कला में और ज्यादा निखार आए. वही युवा कलाकारों का कहना है ऐसी कला मेले आयोजित करने से युवाओं को काफी फायदा होता है. वैसे तो कला का कोई अंत नहीं होता, लेकिन जब देश के ख्याति प्राप्त कलाकार कला की बारीकियां समझाते हैं, तो दिल को बड़ा सुकून मिलता है. इसीलिए ऐसे कला मेले प्रदेश के हर जिले में आयोजित करने चाहिए, जिससे दूरदराज में बैठा हुआ कलाकार भी कला को समझें और अपनी छुपी हुई कला को और ज्यादा निखारे.
ललित कला अकादमी के अध्यक्ष लक्ष्मण व्यास और सचिव रजनीश हर्ष ने बताया हर साल की तरह इस साल भी कला मेले का आयोजन जवाहर कला केंद्र में किया जा रहा है. ऐसे कला मेले आयोजित होने से कला और कलाकार को सम्मान मिलता है, एक ही छत के नीचे कला मेले आयोजित करने का मुख्य मकसद देश भर की कला को एक स्थान पर लाना है. जिससे सीख लेते हुए युवा कलाकार आगे बढ़े. इसीलिए इस कला मेले में 120 से अधिक स्टाल लगाई गई है.
कई कलाकार अपनी कला का लाइव डेमो भी दे रहे हैं, जिन्हें युवा कलाकार बड़ी ही तल्लीनता के साथ समझ रहे हैं. इसी के साथ जवाहर कला केंद्र की सभी आर्ट गैलरी में देश के ख्यातनाम कलाकारों की और दिवंगत कलाकारों की कलाकृतियों को लगाया गया है. वहीं क्ले डेमोंसट्रेशन के साथ-साथ व्याख्यान और संगोष्ठी का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसमें कलाकार बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं.
ऐसे कला मिले आयोजित करने से कला और कलाकार का सम्मान बढ़ता ही है, नए और उभरते कलाकारों को कला सीखने का एक उचित मंच उपलब्ध होता है. सरकार को यह भी चाहिए कि आने वाले समय में जिला स्तर पर इस तरह की प्रदर्शनी का आयोजन किया जाए, जिससे उभरते हुए कलाकारों को और ज्यादा मदद मिले.
Reporter- Anup Sharma