ट्रूडो के बाद कौन बन सकता है कनाडा का अगला पीएम? अनीता समेत 6 नेता रेस में
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ट्रूडो के बाद कौन बन सकता है कनाडा का अगला पीएम? अनीता समेत 6 नेता रेस में

Justin Trudeau Resignations: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस्तीफा दे दिया है, जैसे ही यह खबर दुनिया के सामने आई, सभी ने इसके कई मायने निकाले, ट्रंप ने तो उन्हें अपने देश मे गवर्नर बनने की बात तक कह दी. दूसरी तरफ भारत में लोगों ने जमकर उनपर भड़ास निकाली. वजह भी तो साफ है, कनाडा के रिश्ते भारत से कई महीनों से तनाव में हैं. अब सभी की नजरें कनाडा में अगले पीएम पर है. आखिर कौन बनेगा कनाडा का अगला पीएम. कौन-कौन इस रेस में हैं शामिल.

ट्रूडो के बाद कौन बन सकता है कनाडा का अगला पीएम? अनीता समेत 6 नेता रेस में

Who could replace Justin Trudeau as Canada prime minister? जस्टिन ट्रूडो राजनीतिक अंदरूनी कलह और अनिश्चित आर्थिक संभावनाओं के बीच नाराज मतदाताओं के सामने झुक गए हैं. यानी सरल शब्दों में कहे तो जस्टिन ट्रूडो को कनाडा की जनता ने इस्तीफा देने पर मजबूर कर दिया. कभी कनाडा के प्रगतिशील नेता के रूप में पहचान बनाने वाले कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो राजनीतिक पतन के कगार पर खड़े हैं. अब बड़ा सवाल यह है कि कनाडा का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा?

जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के साथ ही समस्या का हल नहीं खत्म हुआ है. अब सबसे बड़ी मुसीबत यह है कि आखिर किसे कनाडा का पीएम बनाया जो ट्रंप के नए युग के साथ तालमेल रख पाए. इस दावेदारों में कई लोगों के नाम सामने आ रहे हैं, जिसमें कुछ भारतीय मूल के भी हैं.  इन सबमें कंजर्वेटिव नेता पियरे पोलीवरे सबसे आगे हैं, सट्टेबाजी बाजार अगले चुनाव के बाद कनाडा के नेता की भूमिका निभाने के लिए उनके पक्ष में हैं.

ट्रूडो के उत्तराधिकारी बनने के लिए संभावित उम्मीदवार
क्रिस्टिया फ्रीलैंड
पूर्व वित्त मंत्री और उप प्रधानमंत्री हाल ही में कैबिनेट से इस्तीफा देने से पहले ट्रूडो के सबसे मजबूत सहयोगियों में से एक थे. विदेश मामलों की कमान संभालते हुए उन्होंने देश को “अमेरिका और मैक्सिको के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर फिर से बातचीत करने” में मदद की. वह COVID-19 महामारी के लिए कनाडा की वित्तीय प्रतिक्रिया की भी प्रभारी थीं.

पियरे पोलिएवर
2022 से कंजर्वेटिव पार्टी के नेता, पोलिएवर लिबरल के हारने पर प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे आगे हैं. मेल के अनुसार, मौजूदा पोल कंजर्वेटिव को लिबरल पर 21 अंकों की बढ़त देते हैं. अभियान की वेबसाइट पर उनकी जीवनी के अनुसार, वे "जीवन भर रूढ़िवादी रहे हैं, मुक्त बाजार के हिमायती हैं, और लोगों को अपने भविष्य की जिम्मेदारी लेने के लिए प्रेरित करते रहे हैं."

मार्क कार्नी
मार्क कार्नी बैंक ऑफ कनाडा और बैंक ऑफ इंग्लैंड के पूर्व गवर्नर, कार्नी को व्यापक रूप से एक मजबूत दावेदार माना जाता है. हार्वर्ड और ऑक्सफोर्ड से स्नातक होने के नाते, कार्नी अर्थशास्त्र और कूटनीति में दशकों का अनुभव रखते हैं. ट्रूडो ने 2024 में नाटो सम्मेलन के दौरान खुद कार्नी की प्रशंसा करते हुए कहा, "वह ऐसे समय में एक उत्कृष्ट योगदानकर्ता होंगे, जब कनाडा के लोगों को राजनीति में आगे बढ़ने के लिए अच्छे लोगों की आवश्यकता है." कार्नी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में ट्रूडो को उनके योगदान और बलिदान के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने आगे कहा: ‘‘भविष्य के लिए आपको शुभकामनाएं’’. भी दी है.

अनीता आनंद
अनीता आनंद कनाडा की पूर्व रक्षा मंत्री रह चुकी हैं. वह मौजूदा ट्रूडो सरकार के मंत्रिमंडल में परिवहन और आंतरिक व्यापार मंत्रालय संभाल रही हैं. अनीता आनंद को पार्टी का नेतृत्व करने के लिए संभावित उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा रहा है. अनीता के माता-पिता दोनों तमिलनाडु और पंजाब में चिकित्सक रह चुके हैं. राजनीति की बात की जाए तो उन्होंने COVID-19 महामारी के चरम पर 2019 से 2021 तक सार्वजनिक सेवा मंत्री के रूप में कार्य किया था.
ऑक्सफोर्ड से शिक्षित वकील ने वित्तीय विनियमन और शासन में अपनी विशेषज्ञता के लिए प्रतिष्ठा बनाई है. उन्होंने महामारी के दौरान खरीद मंत्री के रूप में टीके सुरक्षित किए और रक्षा मंत्री के रूप में सैन्य सुधारों का नेतृत्व किया. अब ट्रेजरी बोर्ड का नेतृत्व करते हुए, राजनीतिक प्रतिरोध की अटकलों के बावजूद उनका उदय नेतृत्व क्षमता का संकेत देता है.

डोमिनिक लेब्लांक
डोमिनिक लेब्लांक उदार राजनीतिज्ञ और ट्रूडो के करीबी सहयोगी, लेब्लांक वर्तमान में वित्त और अंतर-सरकारी मामलों के मंत्री के रूप में कार्य करते हैं.

मेलानी जोली
ट्रूडो की जगह लेने के लिए मेलानी जोली एक अन्य दावेदार हैं. वह फिलहाल देश की विदेश मंत्री हैं और उन्हें प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का करीबी माना जाता है. इससे पहले कई मौकों पर भारत, चीन और रूस के साथ कनाडा के रिश्ते को संभालने के उनके तरीके की काफी आलोचना हुई है.

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