Bassi:  इलाके में बरसात शुरू हो गई है, इधर वन विभाग की कानोता नर्सरी में भी पौधे तैयार हो गए हैं. वन विभाग ने इनको बांटने की तैयारी भी कर ली है. वन विभाग ने लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए इस बार औषधीय पौधे अधिक तैयार किए हैं.


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ये हैं औषधीय पौधे
वन विभाग के बस्सी रेंजर पृथ्वीराज मीना ने बताया कि कानोता की नर्सरी में 2 लाख पौधे औषधीय तैयार किए हैं, जिनको लोग अपने घरों में आराम से लगा सकते हैं और इनको छोटी मोटी बीमारियों में काम ले सकते हैं. उन्होंने बताया कि औषधीय पौधों में तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा और कालमेघ सहित कई प्रकार के पौधे पैदा किए हैं. इन पौधों के पत्तों एवं टहनियों के सेवन से कई प्रकार बीमारियों का उपचार होता है.


कई प्रकार के पौधे तैयार
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कानोता की नर्सरी में इस बार 30 हजार पौधे छायादार व फलदार तैयार किए हैं. इनमें सर्वाधिक पौधे करंज के है. इसी प्रकार आम, नीबू व करूंजे सहित कई प्रकार के पौधे तैयार किए हैं.


इन नाकों पर रखवाए जाएंगे
वन विभाग द्वारा तैयार पौधों को वन विभाग के नाकों पर भी रखवाए जाएंगे. वहां से लोग आवश्यकतानुसार ले जा सकते हैं. रेंजर ने बताया कि वन विभाग के बांसखोह, धूलारावजी, मोहनपुरा व कानोता वन विभाग के नाकों पर रखवाए जाएंगे. यहां से लोग इन पौधों को ले सकेंगे. वन विभाग की नर्सरी के अलावा बस्सी शहर में भी दूसरे प्रदेशों की निजी नर्सरी से आए पौधे बिक रहे हैं. बरसात होते ही पौधे खरीदने वाले लोगों की होड मची हुई है. यहां पर छायादार, फलदार व डेकोरेशन के पौधे बड़ी मात्रा में बिक रहे हैं.


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