Aadhar card: आधार कार्ड एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, आधार कार्ड केवल एक दस्तावेज ही नहीं है, बल्कि एक पहचान पत्र है. किसी भी वित्तीय लेनदेन और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए आधार बेहद इम्पोर्टेंट हैं. लेकिन इसका अब गलत इस्तेमाल होने लगा तो नियम भी सख्त किए जा रहे हैं. 


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भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) के अनुसार अब आधार कार्ड बनवाने के 10 साल पूरे होने पर इसमें नाम, पता और बायोमैट्रिक पहचान अपडेट करवाना अनिवार्य है. अपडेट नहीं किया तो राशन, पेंशन जैसी सुविधाएं लेने में दिक्कतें हो सकती हैं. यही नहीं जिन लोगों ने पांच साल से आधार नंबर का कोई इस्तेमाल नहीं किया है. उनका आधार नंबर इन एक्टिव हो जाता है. ऐसे आधार नंबर किसी भी सुविधा से लिंक नहीं हो पाते. 


इनको आधार कार्ड अपडेट कराना जरूरी नहीं
ऐसे आधार कार्ड धारक न तो नया सिम खरीद पाएंगे और न ही अन्य प्लेटफॉर्म पर आधार का ओटीपी वेरिफिकेशन कर पाएंगे. यानी 5, 10 और 15 साल में आधार अपडेट कराना अनिवार्य है. डीओआईटी के अधिकारियों के मुताबिक वयस्क का आधार हर 10 साल और बच्चों का हर 5, 10 और 15 साल में अपडेट करना होता है. 5 साल तक के बच्चों के फिंगर प्रिंट स्कैन नहीं होते हैं.


उसके बाद उनका आधार एक्टिव बनाए रखने के लिए बायोमैट्रिक डाटा अपडेट करवाना जरूरी होता है, बच्चों के चेहरे की आकृति हर पांच साल में बदल जाती है. इसलिए उनके आधार कार्ड में उनका फोटो भी अपडेट करना जरूरी होता है.आधार केंद्र पर बायोमैट्रिक अपडेट करने से काम हो जाता है. 70 साल से अधिक आयु के लोगों को आधार कार्ड अपडेट कराना जरूरी नहीं है. 


आधार को दोनों तरह से अपडेट करा सकते हैं
डीओआईटी आधार OIC राकेश कुमार वर्मा ने बताया की आधार को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से अपडेट करा सकते हैं, आधार पोर्टल के जरिए इसे ऑनलाइन अपडेट किया जा सकता है. हालांकि यहां सिर्फ दस्तावेज के आधार पर सीमित अपडेट ही संभव हैं, आधार केंद्रों पर फिंगर प्रिंट, फोटो और रेटिना स्कैन भी अपडेट हो जाता है, उन्होने बताया की यह सही है कि आधार नंबर यदि 5 साल में एक बार भी यूज नहीं हुआ तो वह काम नहीं करता. इसे कार्ड इन एक्टिव कह सकते हैं. हालांकि कार्ड धारक अपडेट करवाकर असुविधा से बच सकता है. 


आधार कार्ड का पास में होना जरूरी
वर्मा ने बताया की आज के समय में आधार कार्ड जरूरत बन चुका है. दरअसल, ये अगर पास में न हो तो फिर कई काम अटक तक सकते हैं. इसलिए आधार कार्ड का पास में होना जरूरी है. स्कूल-कॉलेज में, दफ्तर में, बैंक खाता खुलवाने के लिए, लोन लेने के लिए, पहचान बताने के लिए, सरकारी या गैर-सरकारी लाभ लेने के लिए आदि कई कामों के लिए आधार कार्ड की जरूरत होती है. इसमें कार्डधारक की बायोमेट्रिक और डेमोग्राफिक जानकारी होने की वजह से इसे संभालकर रखना जरूरी होता है. इसलिए समय-समय पर नियमों में बदलाव किया जाता हैं.


साइबर अपराधों में कई गुना तेजी
बहरहाल, कुछ सालों में डिजिटलाइजेशन की गति बहुत तेजी से बढ़ी है. कारण साइबर अपराधों में भी कई गुना तेजी से बढ़ोतरी देखी गई है. इस अपराधों में आधार का भी कई बार गलत इस्तेमाल हुआ है. ऐसे में आधार कार्ड को सुरक्षित रखना और इसके गलत इस्तेमाल से बचने के लिए आधार संबंधित कुछ नियमों में बदलाव किया गया है.


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