Kotputli: शहर में मास्टर प्लान लागू किया जाने को लेकर नगरपरिषद ने सभी व्यापारियों को 24 घंटे में दुकानें खाली करने के लिए नोटिस दिए हैं जिसको लेकर व्यापारियों ने भारी विरोध जताया है. वहीं,  प्रशासन ने साफ तौर पर कहा है कि व्यापारियों को पहले पर्याप्त समय दिया गया था. जिसके अंदर सभी को अपने प्रतिष्ठानों से सामान हटाना था.


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वहीं प्रशासन ने यह स्थिति भी साफ कर दी है कि मास्टर प्लान के तहत सड़क की विस्तारीकरण के दौरान जो प्रतिष्ठान या संरचनाएं बीच में आ रही है, उन्हें शनिवार को ध्वस्त करने की कार्रवाई की जाएगी. कोटपूतली एडीएम जगदीश आर्य ने व्यापारियों से प्रभावित दुकानों से सामान हटाने की अपील की है, और कहा है कि नगर परिषद 6 जुलाई की सुबह 4 बजे से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करेगी.


वहीं, एक तरफ जहां प्रशासन की ओर से दिन भर मुख्य चौराहे से अग्रसेन चौराहे तक मास्टर प्लान के तहत आ रही संरचनाओं का मुआयना किया गया. वहीं दुकानदारों के साथ बार-बार समझाइश की गई.  बता दें कि,  व्यापार मंडल ने इस मास्टर प्लान का दुकानें बंद कर विरोध जताया. शाम को सभी व्यापारियों ने प्रेस वार्ता आयोजित कर कहा, किसी भी सूरत में प्रतिष्ठानों को टूटने नहीं दिया जाएगा. अगर प्रशासन ने ज्यादती की तो वह भी विरोध स्वरूप कानून हाथ में लेने को मजबूर होंगे और आर पार की लड़ाई लड़ने को तैयार है.


 ऐसे में प्रशासन के समक्ष मास्टर प्लान के तहत सड़क का विस्तारीकरण करना चुनौती से कम नहीं होगा. वहीं, व्यापार मंडल की ओर से एडवोकेट बजरंग लाल शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया की, नगर परिषद की कार्रवाई के खिलाफ व्यापारियों ने हाई कोर्ट की शरण ली है जहां याचिका प्रस्तुत की गई है.


 अगर नगर परिषद इसके खिलाफ कार्रवाई करती है तो यह माननीय कोर्ट की अवहेलना होगी.आपको बता दें कि प्रशासन की ओर से 6 जुलाई की सुबह मुख्य चौराहे से अग्रसेन चौराहे तक मास्टर प्लान के तहत सड़क का विस्तारीकरण किए जाने को लेकर इसके बीच आ रहे प्रतिष्ठानों को हटाने की कार्रवाई की जा रही है. जिसके लिए प्रशासनिक तौर पर पुलिस प्रशासन के भारी पुलिस बल का इंतजाम किया. 


Reporter: Amit yadav


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