Digvijay Singh: देश की सबसे ग्रैंड ओल्ड पार्टी यानि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव की तस्वीर अब बेहद ही रोचक दिखाई पड़ रही है. सबसे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए सबसे मजबूती के साथ आगे चला लेकिन 25 सितम्बर गुलाबी नगरी में जो भी सियासी ड्रामा हुआ उसके बाद कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव की तस्वीर बदल गई. फिर मध्य प्रदेश के राघोगढ़ राजघराने से तालुक रखने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का नाम सामने आया. दिग्विजय सिंह मजबूत दावेदारी जाता रहे थे लेकिन नामांकन भरने के आखिरी दिन पासा एक बार फिर पलट गया. राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की दावेदारी करने वाले दिग्विजय सिंह और अशोक गहलोत को मल्लिकार्जुन खड़गे का प्रस्तावक बनना पड़ा. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दरअसल दिग्विजय सिंह की दावेदारी के आड़े उन्हीं का भूतकाल आ गया. दिग्विजय सिंह का विवादों से पुराना नाता रहा है. हालांकि यह वही दिग्विजय सिंह हैं जिन्होंने नर्मदा यात्रा निकाल कर मध्यप्रदेश में भाजपा का गढ़ ध्वस्त किया था. अब उसी तर्ज पर राहुल गांधी देशभर में भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं. लेकिन कई ऐसे मौके आए हैं जब दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस को असहज कर दिया. 


अशोक गहलोत पर जब पहली बार सोनिया गांधी ने जताया था भरोसा, सौंपी थी ये बड़ी जिम्मेदारी


दिग्विजय सिंह के आड़े आए ये बयान


मोदी से प्रभावित नहीं जींस वाली लड़कियां 
अपने बयानों के चलते अक्सर विरोधियों के निशाने पर आने वाले दिग्विजय सिंह ने भोपाल में पिछले साल आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि जिन महिलाओं की उम्र 40 साल से ज्यादा है, वही पीएम मोदी से प्रभावित हैं, न कि जींस पहनने वाली लड़कियां. इसी कार्यक्रम में दिग्विजय सिंह ने दावा किया था कि साल 2024 में अगर पीएम मोदी चुनाव जीतते हैं तो वह भारतीय संविधान बदलकर आरक्षण भी खत्म कर देंगे. उस दौरान दिग्विजय ने गाय को लेकर भी विवादित बयान दिया था.


ओसामा को कहा था 'जी'
अमेरिका ने जब 9/11 के आतंकी सरगना ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था, तब दिग्विजय सिंह ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि ओसामा जी कई साल से पाकिस्तान में रह रहे थे. ऐसा कैसे संभव है कि पाकिस्तान के अधिकारियों को पता नहीं चला. उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका को ओसामा बिन लादेन को सम्मानपूर्वक दफन करना चाहिए था. हालांकि दिग्विजय सिंह ने मीडिया पर इन बयानों को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया था. 


सोनिया गांधी पर ही उठा दिया था सवाल
दिग्विजय सिंह यूपीए सरकार के दौरान कहा था कि  सत्ता के दो केंद्र ठीक से काम नहीं कर सके. उनका इशारा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर था.  इसे लेकर भाजपा आज भी कांग्रेस और दिग्विजय सिंह को घेरते रही है.


इसके अलावा दिग्विजय सिंह बाटला हाउस एनकाउंटर को फेक बता चुके हैं. जिसके चलते कांग्रेस चौतरफा घिर गई थी. इनके अलावा भी दिग्विजय सिंह कई मर्तबा ऐसे बयान दे चुके हैं, जिससे कांग्रेस के लिए असहज स्थिति बन गई. अगर दिग्विजय कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते तो विरोधी पार्टियां खास कर भाजपा उनके इन पूराने बयानों को कोठरी से बाहर निकाल कर चौतरफा घेर सकती थी लिहाजा ऐसे में कहा जा रहा है कि दिग्विजय सिंह इस रेस में पिछड़ गए.


ये भी पढ़े-


गहलोत यूं ही नहीं कहलाते सियासत के जादूगर.. हवा का भी बदल देते रूख!


कौन हैं महेश जोशी, जो सोनिया गांधी से ज्यादा अशोक गहलोत को मानते हैं आलाकमान