विवादों को लेकर चर्चाओं में अग्रवाल समाज समिति जयपुर के चुनाव, काउंटिंग के समय आया स्टे
Jaipur News: राजस्थान में करीब दस साल बाद भीषण गर्मी में हुए जयपुर शहर के सबसे बड़े अग्रवाल समाज समिति जयपुर के त्रिवार्षिक चुनाव विवादों को लेकर चर्चाओं में हैं. देशभर में चल रहे चुनावी माहौल के बीच राजधानी में हुए अग्रवाल समाज समिति जयपुर के चुनाव में तीसरे दिन भी सभी की निगाहें परिणाम पर रहीं.
Jaipur News: करीब दस साल बाद भीषण गर्मी में हुए शहर के सबसे बड़े अग्रवाल समाज समिति जयपुर के त्रिवार्षिक चुनाव विवादों को लेकर चर्चाओं में हैं. देशभर में चल रहे चुनावी माहौल के बीच राजधानी में हुए अग्रवाल समाज समिति जयपुर के चुनाव में तीसरे दिन भी सभी की निगाहें परिणाम पर रहीं.
मंगलवार को तीसरे दिन जैसे ही मतगणना शुरू हुई एक गुट ने कोर्ट का दरवाजा खटखटा दिया और मतगणना और रिजल्ट पर स्टे ले आया. इसके बाद महावीर स्कूल में चल रहीं मतगणना के दौरान गहमागहमी का माहौल देखने को मिला हालांकि चुनाव समिति ने काउंटिंग और रिजल्ट पर कोर्ट स्टे जैसी बात को लेकर साफ इनकार कर दिया और काउंटिंग को जारी रखा और काउंटिंग के दौरान हंगामे का सिलसिला जारी रहा. उन्होंने कहा कि हमें कोर्ट स्टे की कोई जानकारी ही नही है.
अग्रवाल प्रगति ग्रुप ने स्टे ले लिया
दरअसल मंगलवार दोपहर 12 बजे महावीर स्कूल में चुनाव की मतगणना शुरू हुई लेकिन दोपहर 1.30 बजे के करीब मतगणना और चुनाव परिणाम पर निचली कोर्ट से एक अग्रवाल प्रगति ग्रुप ने स्टे ले लिया. इस दौरान कोर्ट का ऑर्डर लेकर मतगणना केंद्र पहुंचे वकील के साथ लोगों ने बदसुलकी की. चुनाव लड़ रहे एक गुट का कहना है कि मतगणना में बाहरी व्यक्ति की अंदर एंट्री नहीं है. ना ही वकील को नोटिस तामिल करवाने का अधिकार है. इसके लिए प्रोसेस सर्वेयर ही नोटिस तामिल करवा सकता है. इसके साथ ही कोर्ट स्टे की कॉपी को लेने से चुनाव समिति ने नकार दिया और मतगणना को जारी रखा. उधर मतगणना और रिजल्ट पर स्टे को लेकर चुनाव अधिकारी राजू मंगोडीवाला ने कहा कि 15 हजार 121 वोटों की गिनती होनी है. वोटिंग के दिन अग्र बधुंओं में तेज गर्मी में भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया. उन्होंने मतगणना और रिजल्ट पर कोर्ट स्टे को लेकर कहा की उन्हे कोई कोर्ट से कॉपी तामिल नहीं हुई है. ना हमें कोई स्टे की जानकारी हैं. काउंटिंग जारी रहेगी और परिणाम भी मतगणना के साथ जारी कर दिया जाएगा. यदि किसी ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और स्टे की कॉपी मिलती है तो फिर रिजल्ट पर निर्णय लिया जाएगा.
क्या है प्रदीप मित्तल ग्रुप के प्रदीप मित्तल और राकेश गुप्ता का कहना
उधर दूसरे गुट के प्रदीप मित्तल ग्रुप के प्रदीप मित्तल और राकेश गुप्ता का कहना हैं कि किसी गुट ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. ये उनकी जानकारी में नहीं हैं. दरअसल चुनावी मैदान में लखदातार ग्रुप, प्रदीप ग्रुप और प्रगति ग्रुप आमने सामने हैं. प्रगति ग्रुप के प्रत्याशी आनंद गुप्ता ने लखदातार ग्रुप पर फर्जी मतदान के आरोप लगाया था. उन्होंने कहा हमने इस मामले को कोर्ट में चुनौती दी थी. कोर्ट ने अग्रवाल समाज के चुनाव परिणाम जारी करने पर रोक लगाई है. हम कोर्ट के आदेश की तामील करने यह पहुंचे थे. हमने चुनाव अधिकारी से कोर्ट के आदेश की तामील करवाने की कोशिश की. उन्होंने ना मतगणना रोकी ना ही कोर्ट के आदेश की तामिल की. अब हम आगे कोर्ट में पूरे मामले को लेकर जाएंगे. संविधान की पूरी तरह से धज्जियां उड़ाई गई. उनके पास कोर्ट का ही सहारा था. यह तानाशाही चुनाव समिति की गलत है.
गौरतलब है कि मतगणना के लिए चार स्कैनर लगाए गए थे. मतगणना दिखाने के लिए एक बड़ी स्क्रीन लगाई गई है. स्कैनर में बैलेट पेपर स्कैन करके बड़ी स्क्रीन पर दिखाए जा रहे हैं.