Khwaja Moinuddin Chishti : दुनियाभर में मशहूर गरीब नवाज हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के दरगाह में 812वें उर्स की शुरुआत हो गई है. यह उर्स साम्प्रदायिक सद्भाव और राष्ट्रीय एकता का एक उदाहरण है. यहां हजारों जायरीन देशभर से ख्वाजा के मजार पर मत्था टेकने आते हैं. इस दौरान जायरीन मजार पर आकीदत कर चादर और फूल चढ़ाकर प्रार्थना करते हैं. 


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जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की चादर भी मजार शरीफ पर चढ़ाई जाएगी. 11 जनवरी को PM मोदी ने इस चादर को अपने कार्यालय में भाजपा माइनॉरिटी मोर्चा राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी को सौंपी. सिद्दीकी अजमेर आकर प्रधानमंत्री मोदी की ओर से मजार में चादर अर्पित करेंगे.


इस बरस प्रधानमंत्री मोदी द्वारा भेजी जा रही है 10वीं चादर


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर साल अजमेर दरगाह शरीफ को चादर भेजते हैं. इस बार, प्रधानमंत्री मोदी की चादर दसवीं बार चढ़ाई जाएगी. पिछले साल मोदी ने केसरिया रंग की चादर भेजी थी. इस चादर को भी मजार पर सिद्दीकी ने ही चढ़ाया था.


पीएम नरेंद्र मोदी अजमेर दरगाह को चादर के साथ भेजा था संदेश


पिछले साल, प्रधानमंत्री मोदी ने चादर के साथ एक संदेश भी भेजा था. संदेश में कहा गया था- "ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के इस मौके पर, उनके अनुयायियों को पूरी दुनिया में बधाई और शुभकामनाएं. मैं उस महान सूफी संत की श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. हम हर साल उर्स के अवसर पर दरगाह अजमेर शरीफ को एक चादर भेजकर दुनिया को प्रेम, सद्भाव और भाईचारा का संदेश देते हैं.


हमारे देश में विभिन्न सम्प्रदायों, विश्वासों और आस्थाओं का समर्थन करना हमारे देश की समृद्धि की धरोहर है. हमारे देश में, संत, पीर और फकीर हमेशा शांति, एकता और अच्छे-भले का संदेश देकर राष्ट्र के सांस्कृतिक सृजन को समृद्धि प्रदान करते आए हैं. ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भारत की महान आध्यात्मिक परंपराओं का प्रतीक हैं."