Jaipur News: राजस्थान के सभी निजी स्कूलों को बनना होगा दिव्यांग फ्रेंडली,नहीं तो होगी कार्रवाई
Jaipur News: राजस्थान के सरकारी स्कूलों के साथ साथ अब निजी स्कूलों को भी दिव्यांगफ्रेंडली बनना होगा. ताकि दिव्यांग छात्र को कोई दिक्कत नहीं हो .आयुक्त उमाशंकर शर्मा ने जी मीडिया से खास बातचीत में कहा कि राजस्थान के हर स्कूल की जांच होगी.
Jaipur News: राजस्थान के सरकारी स्कूलों के साथ साथ अब निजी स्कूलों को भी दिव्यांगफ्रेंडली बनना होगा.विशेषयोग्यजनों के लिए गहलोत सरकार ने इस पहल की शुरूआत की है.विशेषयोग्यजन आयुक्त उमाशंकर शर्मा ने जी मीडिया से खास बातचीत में कहा कि राजस्थान के हर स्कूल की जांच होगी,इस अभियान की शुरूआत उदयपुर से हो गई है.जो स्कूल नियमों के तहत नहीं पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.
उमाशंकर शर्मा ने बताया कि सरकारी और निजी विद्यालयों के भवनों,व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया जा रहा है. निरीक्षण के दौरान देखा जा रहा है कि विशेष योग्यजन बच्चों के लिए स्कूलों के भवन और व्यवस्थाएं कितने अनुकूल हैं. इसके तहत स्कूलों के कक्षा कक्ष परिसर, शौचालय, कैफेटेरिया, बैठने की व्यवस्था, प्रवेश द्वार, लिफ्ट, पेयजल, आपातकाल निकासी एवं रैंप की व्यवस्था सहित 75 पैरामीटर पर गहनता से जांच की जा रही है. विद्यालयों में जाकर देखा जा रहा है कि विशेष योग्यजन बच्चों को सभी आवश्यक सुविधाएं मिल रही है या नहीं. यही नहीं निरीक्षण के दौरान विद्यालयों को विशेष योग्यजन बच्चों का पूरा ख्याल रखने के निर्देश जारी किए जा रहे हैं। इसके अलावा शिक्षा का अधिकार कानून के तहत विद्यालयों द्वारा विशेष योग्यजन बच्चों को प्रवेश की भी जांच की जा रही है एवं विद्यालयों को इस कानून के तहत अधिकाधिक विशेष योग्यजन बच्चों का प्रवेश लेने हेतु पाबंद किया जा रहा है.ताकि विशेषयोग्यजन सक्षम नागरिक बन सके.
उदयपुर में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा भी सभी विद्यालयों की जांच के आदेश दिए गए है. आदेश के अनुसार जिले के सभी पीईईओ को अपने अधीनस्थ विद्यालयों का निरीक्षण करना होगा और दिए गए प्रपत्र में निरीक्षण रिपोर्ट समय पर भेजनी होगी. जो भी विद्यालय विशेष योग्यजन बच्चों के अनुकूल नहीं पाया जाएगा उस पर नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाई जाएगी. उन्होंने बताया कि इस अभियान का मकसद राज्य के समस्त विद्यालयों को विशेष योग्यजन बच्चों के अनुकूल बनाना है जिससे कि वो भी आसानी से शिक्षा ग्रहण कर सक्षम नागरिक बन सकें.
विशेष योग्यजन आयुक्त उमाशंकर शर्मा ने बताया कि प्रदेश में पहली बार इस तरह का अभियान शुरू किया गया है जिसके तहत हर विद्यालय को विशेष योग्यजन बच्चों के अनुकूल बनाने का प्रयास किया जा रहा है। मंगलवार को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग तथा बाल अधिकारिता विभाग की संयुक्त टीम द्वारा शहर के 3 स्कूलों के निरीक्षण के साथ इसकी शुरुआत हुई.
रोकवुड स्कूल, डीपीएस स्कूल और नीरजा मोदी स्कूल का निरीक्षण उप निदेशक मांधाता सिंह और सहायक निदेशक के के चंद्रवंशी की संयुक्त टीम द्वारा किया गया.आगामी दिनों में जिले प्रत्येक विद्यालय का निरीक्षण किया जाएगा और रिपोर्ट विशेष योग्यजन आयुक्त को प्रस्तुत करनी होगी. इसके बाद अभियान को राज्यभर में चलाया जाएगा.