Jaipur: मुख्य सचिव निरंजन आर्य (Niranjan Arya) ने कहा कि एसडीजी (सतत विकास लक्ष्य) की रैंकिग (Ranking) को सुधारने के लिए विभागों की ओर से उचित कार्ययोजना बनाई जाए. 


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आर्य सचिवालय में एसडीजी के विभिन्न संकेतकों में राज्य की प्रगति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे. उन्होंने आयोजना विभाग को निर्देश दिए कि वे प्रत्येक विभाग के सचिव को पत्र लिखें, जिसमें उनके विभाग से संबंधित संकेतकों की जानकारी हो तथा विभाग इसे सुधारने के लिए आवश्यक योजना बनाए. 


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आर्य ने कहा कि राज्य की रैंकिग स्वास्थ्य, शांति, सस्टेनेबेअल सिटी जैसे संकेतकों में अच्छी है जबकि गरीबी, भुखमरी, शिक्षा की गुणवत्ता, लैगिंक असमानता, स्वच्छता सहित विभिन्न संकेतकों में रैकिंग बहुत कम है तथा इस रैंकिग को ऊपर लाने का प्रयास किया जाना चाहिए. उन्होंने प्रत्येक विभाग को अपने विभाग से संबंधित संकेतकों में सुधार लाने का निर्देश दिए.  


सामूहिक रुप से भी प्रयास किए जाने की आवश्यकता
उन्होंने कहा कि राज्य की कम रैंकिग पर गंभीरता से विचार किया जाना जरूरी है. राज्य की रैंकिग सुधारने के लिए संबंधित विभाग को ना केवल खुद की योजना पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है बल्कि सामूहिक रुप से भी प्रयास किए जाने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि विभागों का अब एसडीजी में राज्य की रैंकिग सुधारने के लिए लक्षणों की बजाय उपचार पर ध्यान देना होगा. 


ये वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद
बैठक में आयोजना सचिव नवीन जैन ने प्रस्तुतिकरण द्वारा एसडीजी में राज्य की रैकिंग कम आने वाले संकेतकों का विस्तृत तरीके से समझाया. बैठक में वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से अतिरिक्त मुख्य सचिव पीएचइडी सुंधाशु पंत, प्रमुख शासन सचिव गृह अभय कुमार, प्रमुख शासन सचिव वित्त अखिल अरोड़ा, प्रमुख शासन सचिव शिक्षा अपर्णा अरोड़ा, प्रमुख शासन सचिव कृषि भास्कर ए. सांवत सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.