Annakoot Festival 2023: छोटी काशी जयपुर में आज विशाल अन्नकूट महोत्सव का आयोजन किया जाएगा. श्री नरवर आश्रम सेवा समिति की ओर से खोल के हनुमान जी मंदिर में 63वां विशाल अन्नकूट महोत्सव आयोजित किया जाएगा.अन्नकूट महोत्सव की तैयारी बुधवार से ही मंदिर प्रशासन की ओर से शुरू कर दी गई.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अन्नकूट महोत्सव के दौरान जयपुर शहर और आसपास के गांव के लोग प्रसादी ग्रहण करने के लिए मंदिर पहुंचेंगे.मंदिर प्रशासन की ओर से व्यापक तैयारी कर ली गई है.


कल राजधानी जयपुर के श्री खोल के हनुमान जी मंदिर में 63वां विशाल अन्नकूट महोत्सव आयोजित किया जाएगा. इस अन्नकूट प्रसादी के लिए लगभग पौने दो लाख से अधिक श्रद्धालु मंदिर पहुंचकर प्रसादी को ग्रहण करेंगे.श्री नरवर आश्रम सेवा समिति के अध्यक्ष गिरधारी लाल शर्मा ने बताया 63 साल पहले मंदिर के संस्थापक श्री राधेलाल चौबे ने ढाई किलो अनाज से इस प्रसादी का शुभारंभ कर रहा था,जो आज 250 से अधिक क्विंटल तक पहुंच गया है.


 कल सुबह हनुमान जी महाराज का अभिषेक होने के बाद श्रृंगार होगा 12:30 बजे राजभोग की झांकी सजाई जाएग,जिसमें जयपुर शहर के सभी संत महंत भाग लेंगे.आने जाने वाले लोगों के लिए व्यवस्थाएं सुवस्थित रहेगी. सांप्रदायिक सौहार्द का वातावरण बना रहे,इसके लिए मंदिर प्रशासन द्वारा इसके लिए मंदिर के पास स्थित मजार पर चादर चढ़ाई जाएगी.


इसी के साथ मंदिर का प्रसाद भी मजार में पर भेजा जाएगा और इस मंदिर के आसपास के सभी मंदिरों में छप्पन भोग और अंकुर प्रसादी भेजी जाएगी. होने वाले अन्नकूट महोत्सव के साथ श्री खोल के हनुमान जी के फल सब्जियों की झांकी सजाई जाएगी. इसी के साथ आनंदेश्वर महादेव मंदिर विभिन्न मंदिरों में विभिन्न अन्न की झांकी सजेगी.


वहीं, सियाराम जी महाराज के छप्पन भोग की झांकी सजाई जाएगी,और गणेश जी के लड्डू की झांकी आकर्षण का केंद्र होगी. वहीं, बर्फ से निर्मित नागेश्वर महादेव द्वादश ज्योतिर्लिंग का निर्माण कराया जाएगा.माता अन्नपूर्णा देवी के फूल बंगला झांकी सजाई जाएगी. मंदिर परिसर में सुबह महा आरती का आवेदन किया जाएगा जिसमें राजधानी जयपुर के विभिन्न संत महात्मा शिरकत करेंगे.



श्री नरवर सेवा समिति के महामंत्री बीएम शर्मा ने बताया कल होने वाले अंकुश महोत्सव की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है. 41भट्टियां, 350 से अधिक खाना बनाने वाले कारीगर, 4 हजार500 वॉलिंटियर्स परोसदारी के लिए मौजूद रहेंगे.मंडी से सब्जियों को लाया गया है,उनकी सफाई का कार्य लगभग पूरा हो गया है.आज रात 10:30 बजे से अंकूट प्रसादी बनना शुरू हो जाएगी.


 अंकूट के साथ-साथ छप्पन भोग बनाने का काम बुधवार से शुरू हो गया था, जो अभी भी चल रहा है. छप्पन भोग के लिए 2 सौ किलो बेसन, 15 सौ किलो मैदा, 3 हजार किलो शक्कर, 5 सौ किलो आटा, 5 सौ किलो बूरा शक्कर, 150 देसी घी के पीपे, 300 तेल के पीपे का प्रयोग 56 भोग के पकवान बनाने के लिए किया गया है.


वहीं, अन्नकूट प्रसादी के लिए 50 क्विंटल चावल, 40 क्विंटल मूंग, छोले 40 क्विंटल, बाजरा 40 क्विंटल, सूजी 50 क्विंटल, 60 क्विंटल शक्कर, 60 क्विंटल दही, 60 क्विंटल बेसन, 50 देसी घी के पीपे, 200 पीपे तेल के, 10 क्विंटल से अधिक मसाले प्रयोग में लिए जाएंगे. मौसम की हरी सब्जियां कई टन मंगवाई गई है.अंकुर प्रसादी में मूंग, बाजरा, छोले,सूजी का हलवा, बेसन के भुजिया, सभी प्रकार की सब्जी, कड़ी की प्रसादी भक्तों को करवाई जाएगी.पत्तल दोनों में प्रसादी भक्तों को ग्रहण करवाई जाएगी इसी के साथ ही टाट पट्टी पर बेठकर जयपुर शहर के आमजन प्रसादी का आनंद ले सकते हैं.


ये भी पढ़ें- Rajasthan Weather Update: जानिए राजस्थान में बारिश को लेकर मौसम विभाग के क्या हैं संकेत, दांत किटकिटाने वाली ठंड का दौर शुरू