Ashok Gehlot - Sachin Pilot : राजस्थान में चुनावी साल के लिहाज से सियासी बिसात बिछनी शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट के जरिए सभी वर्गों को साधने की कोशिश की है, वहीं पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी लगातार सक्रीय हैं. पायलट ने बजट को महिला, किसान, कर्मचारी, मजदूर सहित सभी वर्गों का ख्याल रखने वाला बताया है. साथ ही पायलट ने 'हम' कहते हुए इन वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्धता भी जाहिर की है. दूसरी ओर अशोक गहलोत ने भी 'हम सब मिलकर' चुनाव लड़ने की बात कही हैं. यानि दोनों नेता एक दूसरे के हमराही बनान के लिए तैयार दिखाई दे रहे हैं.  


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दरअसल मुख्यमंत्री गहलोत ने आखिरी बजट पेश किया, साथ ही उन्होंने सबसे बड़ा बजट पेश करने का भी रिकॉर्ड बनाया. सीएम गहलोत के बजट पर सचिन पायलट ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राजस्थान की हमारी सरकार ने इस साल के बजट में महिला, किसान, कर्मचारी, मजदूर सहित सभी वर्गों का ख्याल रखा है। हम प्रदेश की जनता के हितों के लिए काम करने को प्रतिबद्ध हैं। यानि वादा हम मिलकर पूरा करेंगे.


वहीं एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सवाल किया गया कि बजट के दौरान सचिन पायलट भी मेज थपथपा रहे थे तो क्या माना जाए कि अब विधानसभा चुनाव गहलोत और पायलट मिल कर लड़ेंगे? इसके जवाब में सीएम गहलोत ने कहा कि यही समय की मांग है, सभी की यही मांग है और कोई विकल्प नहीं है कि हम सब मिलकर चुनाव लड़ें. यानि यहां भी सीएम गहलोत ने साथ चुनाव लड़ने की बात कही. 


कुलमिलाकर कांग्रेस एकजुटता के साथ चुनावी मोड़ में आने की तैयारी में है. इस साल के अंत में चुनाव होने हैं. जहां कांग्रेस परिपाटी बदलने की बात कह रही हैं तो वहीं भाजपा को परिपाटी के अनुरूप बदलाव की उम्मीद है. ऐसे में दोनों ही दल चुनाव तैयारियों में जुट गए हैं. 


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