Rajasthan Chunav Result 2023 Winner List : राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 में वोटर्स ने हर पांच साल में सरकार बदलने का ‘रिवाज’ कायम रखते हुए सरकार को बदल दिया है. इससे पहले अशोक गहलोत ने राजस्थान का भूगोल बदल दिया था. इसके बाद 33 जिलों वाला राजस्थान 52 जिलों और दस संभागों वाला राज्य बन गया है.


 नए जिले बनाने का गहलोत को मिला ये इनाम


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

खुद सीएम अशोक गहलोत ने इसे ऐतिहासिक कदम करार दिया था, लेकिन इसके उलट सीएम की इस घोषणा के बाद कहीं खुशियों का माहौल था तो कही आक्रोश व्याप्त हो गया. कुल मिलाकर इसका सियासी फायदा कांग्रेस को नहीं मिल पाया. 8 जिलों में कांग्रेस का सूपड़ा ही साफ हो गया.


गहलोत का मास्टर स्ट्रोक बना गले की फांस 


नए जिलों और संभागों के गठन के बाद इस मसले पर जमकर रार हुई थी. प्रदेश में धरने प्रदर्शन से लेकर हाईवे तक जाम किए गए थे. आखिर नए जिले बनाने से गहलोत का कितना नुकसान और बीजेपी को कितना फायदा हुआ.


कांग्रेस 50 में से 30 सीटें हारी


अशोक गहलोत ने राजस्थान में नए 19 जिलों का गठन किया तो लगा सियासी हवा बदल सकती है. सदन में भी खूब तालियां बजाई, विपक्ष के नेताओं भी इस फैसले से खुश हुए लेकिन जनता को ये फैसला नागवार गुजरा. क्योंकि राजस्थान के चुनावों के परिणाम के ना ही अशोक गहलोत इतिहास बदल पाए और ना ही सियासी रिवाज. क्योंकि नए 19 जिलों में से 50 विधानसभा सीटों में से 30 सीटों पर कांग्रेस को हार का सामना करना पडा.


ये भी पढ़ें- Modi Magic in Rajasthan : आखिर राजस्थान में बदल गई सरकार, मोदी मैजिक के साथ चल गया 'हिंदुत्व कार्ड'


नए जिलों वाली विधानसभा सीटों पर कांग्रेस सिर्फ 18 सीटें ही जीत दर्ज कर पाई. इतना ही नहीं 8 जिलों में बीजेपी ने कांग्रेस का सूपड़ा ही साफ कर दिया. दूदू और सलूम्बर जिले बनाए और इसमें केवल एक-एक सीट ही शामिल की गई, लेकिन कांग्रेस दोनों ही जगह हार गई.


जबकि दूदू जिले के गठन को लेकर मुख्यमंत्री तक को लम्बी मशक्कत करनी पड़ी थी. दूदू विधानसभा क्षेत्र में शामिल सिर्फ तीन उपखंड और तीन उपतहसीलों को ही शामिल कर जिला बना दिया. वहीं निर्दलीय प्रत्याशियों के खाते में दो सीट गई.


नए जिलों में ये दिग्गज हार गए



ब्यावर से पारस पंच जैन,सांचौर से सुखराम विश्नोई,शाहपुरा से नरेंद्र कुमार रेगर,बालोतरा-पचपदरा से मदन प्रजापत,ब्यावर से पारसमल जैन,डीग-कुम्हेर से विश्वेंद्र सिंह,डीडवाना से चेतन डूडी, नावां कुचामन से महेंद्र चौधरी,दूदू से बाबूलाल नागर,फलोदी प्रकाश चंद छंगाणी,जयपुर ग्रामीण में हारे,केकड़ी से रघु शर्मा की हार हुई.



यहां भाजपा का क्लीन स्वीप


नवगठित जिले शाहपुरा,सलूम्बर, दूदू, डीग, कोटपूतली-बहरोड, फलौदी, ब्यावर, केकड़ी में सभी 17 सीट भाजपा ने जीती हैं.जबकि, कांग्रेस केवल गंगापुर सिटी में ही दोनों सीट जीत सकी है.


नए जिलों का गठन, कहां कितनी सीटें जीती


1. डीडवाना-कुचामन-


सीट- 5
कांग्रेस- 3


भाजपा- 1
निर्दलीय- 1


2. अनूपगढ़-
सीट- 3


कांग्रेस- 2
भाजपा- 1


3. सांचौर-


सीट- 2
कांग्रेस- 1


भाजपा- 1
4. शाहपुरा-


सीट- 2
कांग्रेस- 0


भाजपा- 2
5. सलूम्बर-


सीट- 1
कांग्रेस- 0


भाजपा- 1
6. गंगापुर सिटी-


सीट- 2
कांग्रेस- 2


भाजपा- 0
7. डीग-


सीट- 3
कांग्रेस- 0


भाजपा- 3
8. नीमकाथाना-


सीट- 4
कांग्रेस- 2


भाजपा- 2
9. खैरथल-तिजारा-


सीट- 3
कांग्रेस- 2


भाजपा- 1
10. कोटपूतली- बहरोड़-


सीट- 4
कांग्रेस- 0


भाजपा- 4
11. बालोतरा-
सीट- 3


कांग्रेस- 1
भाजपा- 2


12. फलोदी जिला-


सीट- 2
कांग्रेस- 0


भाजपा- 2
13. जोधपुर ग्रामीण-
सीट- 5


कांग्रेस- 1
भाजपा- 4


14. जयपुर ग्रामीण
सीट- 6


कांग्रेस- 4
भाजपा- 2


15. दूदू जिला
सीट- 1


कांग्रेस- 0
भाजपा- 1


16. ब्यावर जिला


सीट- 3
कांग्रेस- 0


भाजपा- 3
17. केकड़ी-
सीट- 1


कांग्रेस- 0
भाजपा- 1


अशोक गहलोत का नए जिले बनाने का मास्टर स्ट्रोक (Master Stroke) उनके ही गले की फांस बन गया. नए जिले (New District) बनने की खुशी के साथ-साथ फैसले के विरोध का लावा ऐसा धधका जिसकी आंच से राजस्थान में कांग्रेस का सूपड़ा ही साफ हो गया.