Election Result BJP in Rajasthan : बीजेपी का राजस्थान में हिंदुत्व का जादू चल पड़ा. राजस्थान चुनाव को लेकर बीजेपी ने पूरा टेंपलेट तैयार किया. इसी का नतीजा रहा कि राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश तीन राज्यों में बीजेपी को बंपर जीत मिली.
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Modi Magic in Rajasthan : राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेशतीन राज्यों में बीजेपी को बंपर जीत मिली. बीजेपी ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ में ऐतिहासिक जीत हासिल कर कांग्रेस को पूरी तरह से उखाड़ फेंका है. गहलोत राजस्थान में रिवाज बदलने में नाकामयाब साबित रहे.
इस जीत के मायने को जरा समझिए. बीजेपी ने राजस्थान विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री के रूप में किसी नेता को प्रोजेक्ट नहीं किया. हां इतना जरूर था कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा और कई केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों को चुनाव मैदान में जरूर उतारा, लेकिन चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे को आगे रखकर लड़ा गया.
पिछले 8 महीनों से प्रधानमंत्री मोदी ने यहां ताबड़तोड़ रैलियां कर पूरी ताकत झोंक दी. यानी 240 दिन में पीएम मोदी 10 से ज्यादा रैलियां कर बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाया. मोदी ने इससे खास संदेश दिया कि ब्रांड मोदी की चमक की धमक बरकरार है.
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) और गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) राजस्थान के कई दौरे कर इरादे जता दिए थे. राजस्थान में सत्ता हासिल करने के लिए बीजेपी हर मोर्चे पर कांग्रेस को घेरने की तैयारी को लेकर प्लान तैयार किया था, जो पूरी तरीके से सफल रहा.
राजस्थान के चुनाव में बीजेपी ने कन्हैयालाल हत्याकांड के मुद्दे का भी इस्तेमाल किया था और कांग्रेस पर तुष्टीकरण का आरोप लगाया था. पेपरलीक, भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण जैसे तमाम मुद्दों के साथ ही बीजेपी ने यहां कन्हैयालाल हत्याकांड, हिंदुत्व के मुद्दे को लेकर भी सटीक निशाना साधा था.
खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान विधानसभा चुनाव प्रचार का शंखनाद भी उदयपुर से किया था. राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, 'राजस्थान में खुलेआम गला काट दिया जाता है. सरकार देखती रहती है. तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया था.
बीजेपी का राजस्थान में हिंदुत्व का जादू चल पड़ा. राजस्थान चुनाव को लेकर बीजेपी ने पूरा टेंपलेट तैयार किया. ये टेंपलेट था 'हिंदुत्व'. इसी खास रणनीति की वजह से इस बार राजस्थान चुनाव में वोटिंग प्रतिशत बढ़ा. साल 2018 में राजस्थान चुनाव में 74.6 प्रतिशत मतदान हुआ था. वहीं साल 2023 में राजस्थान में मतदान के आंकड़े पर नजर डाले तो यहां 74.96 प्रतिशत मदान हुआ. 2018 के मुकाबले इस बार भले ही ये आंकड़ा थोड़े से ज्यादा है, लेकिन इसका असर बीजेपी के लिए बड़ा है.
राजस्थान में बीजेपी के हिंदुत्व कार्ड के गणित को ऐसे समझे तो पूरी तस्वीर क्लियर नजर आएगी. तीन दशक से लगातार बीजेपी राजस्थान में जहां मुसलमानों को टिकट देकर उससे हमदर्द बने रहे, इस बार बड़ा खेल करते हुए गेम पलट दिया. इस बार किसी मुस्लिम कंडिडेट को टिकट नहीं देने का फैसला किया.
इसी का नतीजा था कि वसुंधरा राजे के चहेते माने जाने वाले पूर्व मंत्री यूनुस खान का भी टिकट काट कर साफ संकेत दे दिए. यह पिछले तीन दशक की राजनीति में पहली बार प्रयोग किया गया, जो सफल रहा. इसका असर अब 2024 में भी दिखेगा. राजस्थान का इतिहास है कि जब- जब यहां मतदान ज्यादा हुए तो बीजेपी को सत्ता मिली और मतदान कम हुए तो कांग्रेस को फायदा हुआ.
बीजेपी ने राजस्थान के चुनाव में 3 ऐसे हिंदुत्व वाले चेहरे को उतारा जो हिंदुवादी मुद्दे को चुनाव में सही तरीके से भुनाया. महंत बाबा बालकनाथ, महंत बालमुकुंद, महंत प्रतापपुरी को मैदान में उतारा. राजस्थान में भाजपा की हिंदुत्व को लेकर विशेष रणनीति कारगर साबित हुई.
राजस्थान में मुस्लिम मतदाता की संख्या 9 फीसदी के करीब है. अलवर भरतपुर, जयपुर, सीकर, नागौर बाड़मेर, जोधपुर टोंक, झुंझुनू ,अजमेर, जैसलमेर, सवाई माधोपुर और धौलपुर जिले के क्षेत्र मुस्लिम बाहुल्य मानी जाती है.
इस बार बीजेपी ने इन इलाकों में पूरी तरीके से जोर लगाया और ताबड़तोड़ रैलियां कर साफ संकेत दिए. बीजेपी ने जिस प्रकार धुंआधार प्रचार किया उसी का नतीजा राजस्थान में देखने को मिला है. कुल मिलाकर बीजेपी ने पूरे राजस्थान में हिंदुत्व का मजबूत संदेश देने की कोशिश की.
पार्टी की इस शानदार जीत पर पीएम नरेंद्र मोदी ने जनता का धन्यवाद करते करते हुए कहा कि गरीबों और विकास के लिए आगे भी काम जारी रहेंगे. पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा, जनता-जनार्दन को नमन !