जयपुर: अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद साफ कर दिया कि वह अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे. सोनिया गांधी से करीब 35 मिनट तक चली मुलाकात में अशोक गहलोत ने राजस्थान के सियासी घटनाक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी दी और इसको लेकर माफी मांगी है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ बैठक खत्म होने के बाद अशोक गहलोत मीडिया के सामने आए और उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी को मैंने पूरी जानकारी दी है और पूरे घटनाक्रम को लेकर सोनिया गांधी से माफी मांगी है.


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मंगलवार की घटना के बाद मैंने तय कर लिया कि अब मैं अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लडूंगा. आलाकमान ने पूरा विश्वास करके मुझे जो जिम्मेदारी दी. मैं प्रदेश अध्यक्ष एआईसीसी महासचिव सहित कई पदों पर रहा हूं.  2 दिन पहले जो घटना हुई समय खुद दुखी और आहत हुआ हूं. मैंने सोनिया गांधी को सॉरी फील  किया. मुख्यमंत्री बने रहने के सवाल पर अशोक गहलोत ने कहा कि इसपर सोनिया गांधी को फैसला लेना है. 


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गहलोत का बीजेपी पर तंज


गहलोत ने इस दौरान नाम लिए बगैर भाजपा पर जमकर निशाना साधा. गहलोत ने कहा कि देश में आज जो हालात बने हैं उसपर चिंता करने की जरूरत है. संविधान और लोकतंत्र खतरे में है. राहुल  गांधी भारत जोड़ो यात्रा कर रहे हैं. इसपर ध्यान देने की आवाश्यकता है. 


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दिग्विजय सिंह का नाम रेस में सबसे आगे


अशोक गहलोत ने अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ने के ऐलान के बाद साफ हो गया कि  कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में दिग्विजय सिंह का नाम सबसे आगे चल रहा है. आज दिग्विजय सिंह ने पार्टी कार्यालय से नामांकन फॉर्म लिया है और वह 30 सितंबर यानी कल पर्चा दाखिल करेंगे. कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 30 सितंबर है. दिग्विजय सिंह के आलावा शशि थरूर और मनीष तिवारी के भी चुनाव लड़ने की चर्चा है.