Jaipur News: बस्सी पंचायत समिति सभागार में पंचायत समिति प्रधान इंदिरा देवी शर्मा की अध्यक्षता में साधारण सभा हुई. सभा में पिछली साधारण सभा में उठे मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई. सभा का समय 11 बजे शुरू करने का निर्धारित किया, लेकिन कोरम पूरी नहीं होने से 12 बजे शुरू हुई. साधारण सभा में सबसे पहले सार्वजनिक निर्माण विभाग की बारी आई. इसमें सरपंच, पंचायत समिति सदस्य एवं जिला परिषद सदस्यों ने अपने इलाकों की क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत कराने की बात कहते हुए कहा कि उन्होंने चार माह पहले जिन सड़कों की मरम्मत कराने की बात उठाई थी, उन पर आज तक काम नहीं हुआ. 


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सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता दिनेश कुमार मीना ने सभी का जवाब दिया. विद्युत निगम से जुड़ी समस्याओं पर जन प्रतिनिधियों ने कहा कि बिजली की बहुत कटौती हो रही है. जिला परिषद सदस्य बाबूलाल मीना ने कहा कि निगम ने फिर से माह में 15 दिन रात के समय बिजली सप्लाई करने का फरमान जारी किया है, जो किसानों को सहन नहीं है. यदि ऐसा हुआ तो जनता आंदोलन करेगी. हालांकि कई जन प्रतिनिधियों ने अपने-अपने इलाकों की समस्या से अवगत कराया.


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इसी प्रकार कृषि विभाग, शिक्षा विभाग, महिला बाल विकास एवं सहकारिता विभाग, वन, कृषि विभाग सहित सभी विभागों से संबंधित कार्यों पर चर्चा की गई. साधारण सभा में विधायक लक्ष्मण मीना, उपखण्ड अधिकारी शिवचरण शर्मा, सहायक पुलिस आयुक्त मेघचंद मीना, तहसीलदार प्रेमराज मीना, पंचायत समिति विकास अधिकारी रमेश चंद मीना, सरपंच संघ अध्यक्ष नीतू मीना, मोहनपुरा सरपंच कल्याण सहाय मीना, पड़ासोली सरपंच अशोक कुमार मीना, भूरथल सरपंच सरिता मीना, जिला परिषद सदस्य बाबूलाल मीना सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे.


घर-घर नल योजना का नहीं मिल रहा लाभ
जलदाय विभाग के हैण्डपम्पों की मरम्मत, नलकूपों से पानी नहीं आना और बीसलपुर परियोजना के मुद्दे पर करीब आधा घंटे चर्चा चली. अधिकांश सरपंचों और पंचायत समिति सदस्यों ने कहा कि उनके गांवों में जनता जल योजना की घर-घर नल योजना में लोगों को पानी नहीं मिल रहा है. ठेकेदार सही तरीके से कनेक्शन नहीं कर रहे हैं.


बैठकों में नहीं आते जेडीए अधिकारी
अधिकांश सरपंचों ने कहा कि वे सभा में समस्याओं से अवगत कराने के लिए आते हैं, लेकिन अधिकांश विभागों के अधिकारी आते ही नहीं है. खासकर जयपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारी तो कभी पहुंचते ही नहीं, जबकि बस्सी उपखण्ड के आधे हिस्से में जेडीए का स्वामित्व है. ऐसे में समस्याओं का समाधान नहीं हो पाता है.


Reporter- Amit Yadav