Jaipur: सांगानेर के विधायक और पूर्व महापौर अशोक लाहोटी ने मंदिरों के प्रति सरकारी रवैए पर ऐतराज जताया है. लाहोटी ने कहा कि मानसरोवर के एसएफएस में माली समाज का खुद की निजी जमीन पर बने पुराने मंदिर का एसएफएस विकास समिति और स्थानीय निवासियों द्वारा जीर्णोद्वार किया जा रहा था, जिसको हाउसिंग बोर्ड ने सड़क किनारे बता कर अपनी तानाशाही से जबरन रूकवाया और वहां पर गार्ड बिठा दिया. लाहोटी ने कहा कि हाउसिंग बोर्ड ने स्थानीय निवासियों और समिति के पदाधिकारियों के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कराने के लिए भी लिखा जो उचित नहीं है.


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विधायक लाहोटी ने बताया कि मंदिर जीर्णोद्धार कर रहे निवासियों द्वारा पहले से ही हाउसिंग बोर्ड के उपायुक्त को पुराने मंदिर के फोटोग्राफ्स भी उपलब्ध करवा दिये गये थे. उसके बावजूद भी उपायुक्त बुगालिया द्वारा स्थानीय लोगों के खिलाफ थाने में एफआईआर दी गई, जो कि समाज की आस्था पर जबरन कुठाराघात है. लाहोटी ने बताया कि इस मामले पर हाउसिंग बोर्ड के रवेये के विरोध में मानसरोवर एसएफएस विकास समिति के पदाधिकारी और स्थानीय निवासियों द्वारा मानसरोवर जोन कार्यालय पर प्रदर्शन कर हाउसिंग बोर्ड के खिलाफ आक्रोश जताया. लाहोटी ने कहा कि राज्य सरकार के इशारों पर सरकारी एजेंसियों द्वारा जगह-जगह मंदिरों के मामले में जो तुष्टिकरण का रवैया अपनाया गया है, उसको हिन्दू समाज बर्दाश्त नहीं करेगा.


सांगानेर विधायक के साथ इस दौरान प्रदर्शन में नगर निगम समिति चेयरमैन अभय पुरोहित, भारती लख्यानी और विकास समिति के हरी सिंह नाथावत , ललित चांदगोठिया, विजय अरोड़ा, किशन छत्तानी, रामावतार सैनी , पूर्व चेयरमैन मुकेश लख्यानी, पार्षद मनोज तेजवानी, शक्ति प्रकाश यादव, राजकुमार गर्ग, हरबंश खतुरिया, राजीव बत्रा, राजेश विजय, अनमोल माथुर, वीपीएस गहलोत , कुंती शर्मा, रविंद्र चौधरी, गजेंद्र सैन सहित प्रतिनिधि मौजूद रहे. मंडल के आयुक्त पवन अरोडा को हाउसिंग बोर्ड मुख्यालय में ज्ञापन देकर गंभीर आपत्ति दर्ज कराई. इस मामले में आयुक्त पवन अरोड़ा ने तत्काल कार्रवाई रोकने के निर्देश देकर भविष्य में ऐसी पुनर्रावृत्ति न हो इसका आश्वासन दिया.
 
Reporter- Shashi Sharma


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