Bhankrota Fire Incident Update: जयपुर-अजमेर हाईवे पर हुए 'भांकरोटा अग्निकांड' मामले की जांच के लिए ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की ओर से कमेटी का गठन किया गया है. 6 सदस्यों की कमेटी ने मौके पर तकनीकी पहलुओं पर इंवेस्टिगेशन की.


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इसकी के साथ जांच कमेटी के सदस्यों ने प्रत्यक्षदर्शियों के लिए भी बयान लिए. RTO प्रथम राजेंद्र शेखावत, SDM आशीष कुमार, NHAI प्रोजेक्ट डायरेक्टर अजय आर्य अधीक्षण अभियंता पीडब्ल्यूडी, CMHO हंसराज भदालिया  इस दौरान मौजूद रहे.



कमेटी के सदस्यों का कहना है कि क्लोवर लीफ का काम जल्द हो, कट वाले पॉइंट की चौड़ाई बढ़ाने, हाईवे पर मेडिकल एम्बुलेंस की व्यवस्था के साथ टैंकर्स पर कलर कोड होना जरूरी है. इसके अलावा ज्वलनशील पदार्थ टैंकर्स के नोजल बॉक्स और मजबूत हों. घटना स्थल वाले पॉइंट पर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की तैनाती 24 घंटे हो. वहीं यूटर्न वाले पॉइंट पर हाईमास्क लाइटें लगाने का काम शुरू हो गया है.



बता दें कि 20 दिसंबर को जयपुर में हुए हादसे ने हर किसी का दिल दहला दिया. एक साथ दर्जनों वाहनों के चपेट में आने और लोगों की मौत होने को लेकर लोग चिंतित हुए नजर आए. बर्निंग हाईवे बने जयपुर-अजमेर रोड पर NHAI की लापरवाही और मनमानी जानलेवा बनती जा रही है.



जिला कलेक्टर डॉ.जितेन्द्र कुमार सोनी ने लिखा पत्र



NHAI के नियमों के अनुसार, हाईवे पर 2 किलोमीटर दूरी पर एक (तिराहा-चौराहा व यू-टर्न) के लिए कट होना चाहिए, लेकिन राजधानी के इस व्यस्त हाईवे पर मनमर्जी से कट और तिराहे-चौराहे बना दिए गए हैं.जिला कलेक्टर डॉ.जितेन्द्र कुमार सोनी ने इन घटनाओं के लिए स्पीड को जिम्मेदार माना है.



अब तक 19 लोगों की मौत



जयपुर के भांकरोटा इलाके में हुए गैस टैंकर ब्लास्ट ने कई परिवारों की खुशियां और अपने दोनों को छीन लिया. यह हादसा जितना भयावह था, उतनी ही दर्दभरी इस हादसे से जुड़ी कहानियां हैं. 19 लोगों की मौत हो चुकी है.